कुल्लू: पर्यटन नगरी कुल्लू साहसिक गतिविधियों के लिए भी जानी जाती हैं. देश-विदेश से आए सैलानी यहां घूमने के साथ साथ एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद भी लेते हैं. बरसात के मौसम को देखते हुए अब कुल्लू में प्रशासन ने इन साहसिक खेलों पर रोक लगा दी है.
डीसी कुल्लू ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. कुल्लू में हालांकि हर साल 15 जुलाई से 15 सितंबर तक साहसिक खेलों को बंद किया जाता था. इन दिनों बरसात में नदी नाले उफान पर होते थे, लेकिन बीते दिन हुई बारिश के बाद से ही नदी नाले उफान पर हैं और ऐसे में सैलानियों व स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए 13 जुलाई से ही साहसिक खेलों पर रोक लगा दी गई है.
2 दिन पहले ही इन गतिविधियों पर रोक लगने के कारण इस कारोबार से जुड़े हजारों युवाओं का रोजगार भी प्रभावित हुआ है. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि साहसिक खेलों पर रोक के बारे में प्रशासन के द्वारा अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. पर्यटन कारोबारियों को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है.
अब 15 सितंबर को ही जिला प्रशासन के द्वारा साहसिक खेलों को शुरू करने के बारे में सूचना जारी की जाएगी. तब तक रिवर राफ्टिंग के साथ पैराग्लाइडिंग व अन्य साहसिक खेलों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. साहसिक खेलों पर रोक लगने के चलते अब 2 माह तक हजारों युवा अपने घरों में ही बेरोजगार बैठे रहेंगे. वहीं, व्यास नदी के किनारे भी अब 2 माह के लिए सूने पड़ जाएंगे.