किन्नौर: प्रदेश के साथ-साथ अब जिला किन्नौर भी अपनी कठिन भौगोलिक परिस्थितियों से निपटते हुए विकास के साथ-साथ तरक्की करने में किसी दूसरे जिलों से कम नहीं है. आज जिला में बहुत सी ऐसी चीजें हैं जिनके विकास के कारण शायद ही जिला अपनी अलग पहचान रखता है.
ऐसी सुविधाएं हैं जो शायद ही प्रदेश की दूसरे पंचायतों में हों
किन्नौर जिला में कुल 73 पंचायते हैं जिनमें अधिकतर पंचायतें अब अपनी आधुनिकता के लिए भी जानी जाती हैं, लेकिन इन सभी पंचायतों में सबसे ऊपर की श्रेणी में जिला के सबसे बड़ी पंचायत रिब्बा का नाम आता है. जहां पंचायत में वो सुविधाएं हैं जो शायद ही प्रदेश की दूसरे पंचायतों में हों.
आइए रिब्बा पंचायत के बारे में जानते हैं कि इस पंचायत में क्या खास बातें है जो इस पंचायत को प्रदेश व जिला के दूसरे पंचायतों से अलग करती हैं. बता दें कि रिब्बा पंचायत पिछले 20 वर्षों से लगातार विकास के लिए पूरे जिले में अव्वल नंबर पर रहती है.
रिब्बा पंचायत ने कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ा
रिब्बा गांव पूरे जगह-जगह से सड़कों के जाल से जुड़ा हुआ है. गांव में सिंचाई के पक्की कुहल, पीने के पानी घर-घर तक नल जुड़े हुए हैं. गांव में पक्के मार्ग, अमूमन वो सारी चीजे हैं जो सरकारी योजनाओं में आती हैं, लेकिन कई पंचायतें इन कार्यों को करने में सक्षम नहीं होती, लेकिन रिब्बा पंचायत ने कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ा है.
इसके अलावा सबसे खास बात ये है कि इस पंचायत को नशा मुक्त पंचायत बनाने के लिए पंचायत प्रतिनिधि दिन रात काम कर रहे हैं. बच्चों के भविष्य व बुजुर्गों की देखरेख पर भी पंचायत प्रतिनिधियों की ऐसी योजना शायद कहीं देखने को नहीं मिलती है.
रिब्बा पंचायत जिला के सबसे बड़ी पंचायत में से एक है. जहां पर करीब 2300 से अधिक मतदाता हैं. ऐसे में इस बड़ी पंचायत में इतनी तेजी से विकास के साथ पंचायत को विकसित किया है जो देखने से ही पता चलता है.
भवन के अंदर कोई भी ऐसी सुविधा नहीं है जो उपलब्ध ना हो
किन्नौर जिला की रिब्बा पंचायत को इसलिए भी खास नजरों से देखा जा सकता है, क्योंकि इस पंचायत को इतनी आधुनिकता से बनाया गया है कि भवन के अंदर कोई भी ऐसी सुविधा नहीं है जो उपलब्ध ना हो.
बता दें कि रिब्बा पंचायत ने युवाओं को नशे से दूर रखने व खेलों की ओर आकर्षित करने के लिए पंचायत भवन के अंदर एक बहुत बड़ा आधुनिक जिम खोला है. जिसमें रोजाना सुबह शाम गांव में रहने वाले युवा, महिलाएं अपने व्यायाम व खेलों की तैयारी हेतू व्यायाम करने आते हैं.
रिब्बा पंचायत अपने इन्हीं सराहनीय कार्यों से जानी जाने लगी है
इस जिम में वो सारी चीजें मिलेंगी जो देश के बड़े-बड़े शहरों के जिम या खेलों के बड़े-बड़े ऑडिटोरियम में मिलती हैं. कई ऐसे ही कई दुर्गम स्थान हैं जहां लोग इन सुविधाओं से वंचित रहते हैं, लेकिन रिब्बा पंचायत अपने इन्हीं सराहनीय कार्यों से जानी जाने लगी है.
रिब्बा पंचायत भवन के अंदर वो सारी सुविधाएं हैं जो युवाओं, महिलाओं व बुजुर्गों को चाहिए होती हैं. पंचायत भवन के ग्राउंड फ्लोर में जिम और दूसरी मंजिल में गांव के बच्चों की पढ़ाई व शहरों से गांव तक ओर आए वह लोग जो सिविल सर्विस की तैयारियां कर रहे हैं उनके लिए बहुत बड़े पुस्तकालय का निर्माण किया गया है.
पुस्तकालय में हर व्यवस्था मिलती है
छोटे बच्चे जिन्हें घर में पढ़ाने वाले कोई नहीं या किसी प्रकार से पढ़ाई में दिक्कतें आती हैं तो पंचायत घर में पढ़ाई के लिए पुस्तकालय में हर व्यवस्था मिलती है. वहीं, गांव के अंदर सैकड़ों बुजुर्ग ऐसे हैं जो बुढ़ापे के इस दौर में आपस में मिल नहीं पाते या गांव में एक साथ बैठने का अवसर नहीं मिलता.
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ऐसे सभी बुजुर्गों के लिए भी इस पंचायत के अंदर एक क्लब का निर्माण हो रहा है, ताकि गांव के बुजुर्ग जब भी समय मिले तो इस क्लब में आकर एक दूसरे से बातचीत कर सकते हैं और मजे की बात तो यह है कि गांव के सभी बुजुर्गों को पंचायत के बुजुर्ग क्लब में खाने पीने की व्यवस्था भी पंचायत करेगी जिसमें कोई भी शुल्क नहीं लगेगा.
बता दें कि रिब्बा पंचायत के जिम, पुस्तकालय व बुजुर्गों के लिए बने क्लब में पंचायत द्वारा किसी प्रकार से शुल्क नहीं लिया जाता, बल्कि युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए भी पंचायत योजनाएं बना रही है. रिब्बा पंचायत के पूर्व प्रधान प्रेम प्रकाश नेगी ने कहा कि रिब्बा पंचायत में यह सारी व्यवस्थाएं उनके समय के जनप्रतिनिधियों ने किया है.
अब तक करीब 1 करोड़ 10 लाख के आसपास खर्चा
पंचायत भवन में अब तक करीब 1 करोड़ 10 लाख के आसपास खर्चा किया गया है. जिसमें जिम, पुस्तकालय व बुजुर्गों के लिए क्लब निर्माण भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि गांव के युवाओं, महिलाओं,बुजुर्गों के लिए हर वो सेवा पंचायत देने के लिए तैयार रही है जो लोगों को शहरों में मिलती है.
उन्होंने कहा कि वे अब पंचायत प्रतिनिधि नहीं रहे हैं, लेकिन अब नवनियुक्त पंचायत प्रतिनिधि इस पंचायत को और भी आधुनिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, रिब्बा पंचायत को वर्तमान प्रधान राधिका नेगी ने कहा कि रिब्बा पंचायत में जिम, पुस्तकालय बुजुर्गों के लिए रहने सहने को क्लब व इसके अलावा अब वाईफाई बच्चों को खेलने के लिए खेल के सामान, पढ़ाई के आधुनिक तकनीक के उपकरण भी लाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों ने चर्चा शुरू की है.
'युवा खेलों की ओर आकर्षित हो और बुरी संगति से बचें'
रिब्बा गांव में कोई भी युवा नशे की ओर न जाए इसके लिए जिम के अलावा खेल के मैदानों का निर्माण भी शुरू किया जा रहा है, ताकि युवा खेलों की ओर आकर्षित हो और बुरी संगति से बचें. बता दें कि इस पंचायत भवन में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले मेहमान नवाजी के लिए भी गेस्ट हाऊस व खाने पीने की सुविधा मिलेगी जो शायद बड़े-बड़े फाइव स्टार होटलों में मिलती हो.
'साफ सफाई होटलों जैसी'
इस पंचायत भवन के अंदर इतनी साफ सफाई है कि शायद किसी बड़े होटलों में ही ऐसी व्यवस्था देखने को मिलती है. हर वो सुविधा जो लोगों की जरूरत होती है. घर जैसा माहौल भवन के 5 मंजिल में हर जगह दो-दो शौचालय दो बड़े रसोईघर, मेहमान नवाजी व पंचायत की समस्याओं के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की ऐसी सोच शायद ही देखने को मिलती है.
इस पंचायत को और आधुनिक बनाने के लिए रिब्बा पंचायत के पूर्व जनप्रतिनिधियों ने कड़ी मेहनत की है और अब नए जनप्रतिनिधि भी पूर्व के सभी जनप्रतिनिधियों से काम सीखकर इस पंचायत को आगे ले जाने की तैयारी कर रहे हैं.
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