किन्नौर: हिमाचल में अप्रैल में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. कुछ दिनों से कहीं बारिश तो कहीं बर्फबारी का दौर जारी है. आज भी कई इलाकों में कमोबेश यही स्थिति रहेगी. किन्नौर के कल्पा में आज सुबह भी बर्फबारी हुई. हिमपात का यह दौर रविवार रात से शुरू हो गया था. जानकारों का कहना है कि यह बर्फबारी सेब के लिए अमृत समान है.
बागवानों को मिली सिंचाई से निजात: तीन दिन से आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. ऐसे में रात के समय रोजाना निचले क्षेत्रों मे बारिश व ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही. वहीं ,रविवार रात भी जिले में बारिश के साथ ऊपरी इलाकों में बर्फ की मोटी चादर जमीन पर बिछा दी, जिससे सेब के बागवानों को बगीचों मे सिंचाई से निजात मिल गई.
फिर ठंड का जोर: किन्नौर जिले के कल्पा क्षेत्र के ख्वांगी, कोठी, तेलंगी, युवारिगी, रोघी गांव के ऊपरी सेब के बगीचों मे आज सुबह ताजा बर्फबारी हुई ,जिसके बाद तापमान शून्य के नीचे चला गया. ताजा बर्फबारी से जहां ठंड बढ़ी. वहीं ,बागवानों को सेब के बगीचों में सिंचाई से निजात मिली गई. कुछ दिन पहले बढ़ती गर्मी के चलते बागवानों को उनके सेब के बगीचों मे समय से पूर्व सेब की फ्लावरिंग की चिंता सता रही थी, लेकिन इस बर्फबारी के बाद अब सेब के बगीचों में अपने समयानुसार फ्लावरिंग होगी और सेब का सीजन भी अपने समयानुसार ही आएगा.
ऊंचे इलाकों में न जाने की सलाह: ऊंचाई वाले सेब बहुल क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद फिलहाल सड़क संपर्क मार्ग बहाल है और बर्फबारी से किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. जिले के ऊं चे इलाकों में बर्फबारी के बाद प्रशासन ने भी लोगों को ऊंचे इलाकों में न जाने की सलाह दी ,ताकि बर्फबारी के दौरान होने वाली आपदाओं से बचा जा सके.
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