किन्नौर: जिला के नवोदय स्कूल रिकांगपिओ में कार्यरत रमेश खाची का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में दर्ज किया गया है. यह उपलब्धि उन्हें शैक्षणिक और प्रेरणादायक विचारों के सबसे बड़े स्व प्रकाशित दोहरे अनुक्रमित संकलन 'दी खाची बुक ऑफ एजुकेशन एंड इंस्पिरेशन थॉट्स' के लिए मिला है.
इस उपलब्धि से उन्होंने देश और प्रदेश का नाम विश्व भर में विख्यात कर दिया है. ईटीवी भारत की टीम ने रमेश खाची से खास बाचचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी यह कृति सन 2004 में प्रकाशित हुई थी. प्रेरणादायक विचारों की इस पुस्तक को देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और पुस्तकालयों द्वारा सराहा गया है.
रमेश ने बताया कि इससे पहले उन्होंने 1992 में 12वीं में पढ़ते समय स्टेटिक वाल सिटी में उन्होंने इंग्लैंड के पेडी डायल द्वारा स्थापित 4 घण्टे 40 मिनट के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़कर 11 घण्टे 2 मिनट का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था. वह विश्व गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड यूनाइटेड किंगडम और लिम्का बुकऑफ रिकार्डज भारत में भी अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं.
रमेश खाची 2006 में आयोजित इंटरनेशनल टेक्स्ट प्रोडक्शन प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके है, इनकी प्रकाशित पुस्तकों में खाची बुक ऑफ एजुकेशनल एंड इंस्प्रेशनल थाट, सुप्रिलेटिव्स ऑफ हिमाचल प्रदेश आजतक, हिमाचल प्रदेश ईयर बुक, जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा शामिल है.
बता दें कि 2019 में जिला मंडी शतरंज संघ द्वारा मतदाता जागरूकता के लिए शतरंज मेराथन का आयोजन किया गया था. जिसमे प्रदेश के दो शतरंज खिलाड़ियों में लगातार 53 घण्टे 17 मिनट तक शतरंज खेलने का रिकार्ड बनाया था. रमेश खाची ने इस आयोजन के दौरान प्रचार और मीडिया समन्वयक के रूप में उल्लेखनीय कार्य कर विभिन्न मीडिया संस्थानों के माध्यम से पात्र मतदाताओं को मतदाता के रूप में पंजीकृत होने के लिए प्रेरित किया था.
वहीं, जिला किन्नौर नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ के प्राचार्य ने भी नवोदय विद्यालय रिकांगपिओ में एक बार फिर से रमेश खाची को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड के प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया है.
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