किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में चीन सीमा से लगते नेसङ्ग में शुक्रवार शाम धर्मशाला से आए तिब्बती समुदाय के युवा कांग्रेस सदस्यों समेत तिब्बती लोगों ने फ्री तिब्बत अभियान के साथ चीन सीमा पर सांकेतिक बाइक विरोध रैली निकाली. साथ ही तिब्बती समुदाय के सभी युवक, युवतियां,चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर भी लोगों से अपील करते दिखाई दिए.
इस विषय मे तिब्बती युवा संगठन के जॉइंट सेक्रेटरी छैवांग रापज्ञाल ने कहा कि किन्नौर में उनका दो दिन का दौरा है, जिसमें वे जिला की चीन सीमा से सटे नेसङ्ग गांव में एक सांकेतिक बाइक रैली से चीन को चेतावनी देने जा रहे हैं कि चीन तिब्बत में तिब्बती समुदाय के लोगों पर अत्याचार को बंद करे. इसके साथ ही वो फ्री तिब्बत के लिए भारत सरकार से सहायता की मांग करेंगे.
छैवांग रापज्ञाल ने कहा कि चीन को अगर उसकी भाषा मे जवाब देना है तो सबसे पहले हर भारतीय व्यक्ति व तिब्बती समुदाय के लोगों को उसकी वस्तुओं का बहिष्कार करना होगा. साथ ही तिब्बत आजाद होता है तो भारत तिब्बत सीमा पर होने वाले सभी विवाद भी खत्म हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि आज भी तिब्बत चीन की गुलामी में फंसा हुआ है. वहा के लोगों को भारत मे रहने वाले उनके रिश्तेदारों से संपर्क करने पर भी गिरफ्तार कर उनके साथ बहुत अत्याचार किया जा रहा है.
इसका उदारहण अगस्त 2020 में हुए तिब्बत के ठिरू जोंग प्रदेश में देखने को मिला. एक महिला, जिसने भारत में रहने वाले रिश्तदारों से सहायता मांगी थी. इसके बाद चीनी सेना ने उस महिला पर अत्याचार किया है. चीनी सेना ने आज लाखों तिब्बती समुदाय के लोगों को सलाखों के पीछे बंद रखा है. ऐसे में उन्हें आजाद करने के साथ तिब्बत एक आजाद देश बने उसके लिए किन्नौर चीन सीमा पर एक सांकेतिक बाइक रैली निकाकी जा रही है. सुबह 10 बजे तिब्बती समुदाय के लोग किन्नौर चीन सीमा की ओर रवाना हुए.