किन्नौर: जिला किन्नौर के दुर्गम क्षेत्रों में पिछले कई वर्षों से सरकारी कार्यालयों में कई कर्मचारियों के पद खाली पड़े हुए हैं. जिसके चलते लोगों को कई असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. जिला के रोपा, हंगरांग, कुनोचरनग जैसे क्षेत्रों में सरकारी कार्यालयों, उपस्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की कमी के चलते लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
ऐसे में आज दुर्गम क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने डीसी किन्नौर से मिलकर उन्हें इस संदर्भ में ज्ञापन सौपा है. जिला के रोपा घाटी के रोपा गांव में लंबे समय से उपस्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर व दूसरे स्टाफ की कमी चली हुई है. वहीं, उपस्वास्थ्य केंद्र के भवन की हालत भी खस्ता होती जा रही है. जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.
'पिछले कई वर्षों से पद खाली पड़े हुए हैं'
जिला के रोपा पंचायत प्रधान इंद्र सिंह लोकट्स का कहना है कि रोपा पंचायत के उपस्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों की पिछले कई वर्षों से पद खाली पड़े हुए हैं. जिसके चलते रोपा पंचायत के लोगों को अपने इलाज इत्यादि के लिए रिकांगपिओ, रामपुर, शिमला की ओर जाना पड़ रहा है. जिसमें कई घंटों का समय लगता है.
पद भरने का आश्वासन
ऐसे में मरीज की हालत भी खराब हो जाती है. उन्होंने कहा कि रोपा पंचायत की इस समस्या को लेकर आज वे डीसी किन्नौर से भी मिले और डीसी किन्नौर ने जल्द ही उनके क्षेत्र के उपस्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों के पद भरने का आश्वासन दिया है.
वहीं, डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि जिला के दुर्गम क्षेत्रों में सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की दिक्कत के बारे में समय समय पर सरकार को पत्राचार करते रहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन जल्द ही सभी दुर्घम क्षेत्रों में सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के पदों को भरने की कोशिश करेगी, ताकि लोगों को समस्याएं न आए.
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