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जेबीटी प्रशिक्षुओं ने किया विरोध प्रदर्शन, बीएड डिग्री धारकों को JBT में कमीशन देने का किया विरोध

किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में आज प्रदेश जेबीटी बेरोजगार संघ के बैनर तले रिकांगपिओ जेबीटी प्रशिक्षुओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद रिकांगपिओ जेबीटी के प्रशिक्षुओं ने उपायुक्त किन्नौर गोपालचंद के माध्यम से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन भेजा है.

JBT trainees demands
जेबीटी प्रशिक्षुओं की मांग
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Published : Feb 10, 2020, 5:02 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में सोमवार को प्रदेश जेबीटी बेरोजगार संघ के बैनर तले जेबीटी प्रशिक्षुओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद रिकांगपिओ जेबीटी के प्रशिक्षुओं ने उपायुक्त किन्नौर गोपालचंद के माध्यम से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन भेजा है.

जेबीटी बेरोजगार संघ के जिला सचिव अमरजीत ने कहा कि जेबीटी और बीएड की शिक्षण प्रणाली एक दूसरे से अलग है, जबकि जेबीटी प्रशिक्षुओं को प्राथमिक स्तर पर सभी विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. वहीं, दूसरी ओर बीएड प्रशिक्षुओं को केवल दो विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. जेबीटी और बीएड प्रशिक्षुओं के पाठ्यक्रम में भी काफी अंतर है.

JBT trainees demands
रैली निकालते जेबीटी प्रशिक्षु.

अमरजीत ने कहा कि जेबीटी और बीएड प्रशिक्षुओं की शैक्षणिक योग्यता में भी भारी अंतर हैं. जेबीटी प्रशिक्षु की न्यूनतम योग्यता 12वीं पास और बीएड प्रशिक्षु की योग्यता स्नातक है. उन्होंने कहा कि इससे पहले जेबीटी की आधी भर्ती बेच वाईज करवाई गई है, लेकिन शेष पदों पर कमीशन 12 मई 2019 को हमीरपुर कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से करवाई जा चुकी है. इसमें लगभग 6 हजार जेबीटी-टेट पास और लगभग 30 हजार बीएड डिग्री धारकों ने जेबीटी कमीशन की परीक्षा दी, जबकि राज्य सरकार के आरएंडपी नियमों में भी बीएड डिग्री धारकों के लिए जेबीटी में फिलहाल कोई स्थान नहीं है. ऐसे में नियमों को तोड़कर जेबीटी में बीएड के प्रशिक्षुओं को कमीशन करवाना तर्क संगत नहीं है.

उन्होंने सरकार से मांग की है कि अभी भी प्रदेश में 18 से 20 हजार जेबीटी प्रशिक्षु प्रशिक्षित हैं. सरकार के जेबीटी प्रशिक्षुओं के भविष्य पर मंथन करना चाहिए, जिससे बीएड और जेबीटी प्रशिक्षुओं को दक्षता अनुसार रोजगार मिले.

वीडियो

ये भी पढ़ें: सड़क हादसे में कार चालक की मौत, जांच में जुटी पुलिस

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में सोमवार को प्रदेश जेबीटी बेरोजगार संघ के बैनर तले जेबीटी प्रशिक्षुओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद रिकांगपिओ जेबीटी के प्रशिक्षुओं ने उपायुक्त किन्नौर गोपालचंद के माध्यम से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन भेजा है.

जेबीटी बेरोजगार संघ के जिला सचिव अमरजीत ने कहा कि जेबीटी और बीएड की शिक्षण प्रणाली एक दूसरे से अलग है, जबकि जेबीटी प्रशिक्षुओं को प्राथमिक स्तर पर सभी विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. वहीं, दूसरी ओर बीएड प्रशिक्षुओं को केवल दो विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. जेबीटी और बीएड प्रशिक्षुओं के पाठ्यक्रम में भी काफी अंतर है.

JBT trainees demands
रैली निकालते जेबीटी प्रशिक्षु.

अमरजीत ने कहा कि जेबीटी और बीएड प्रशिक्षुओं की शैक्षणिक योग्यता में भी भारी अंतर हैं. जेबीटी प्रशिक्षु की न्यूनतम योग्यता 12वीं पास और बीएड प्रशिक्षु की योग्यता स्नातक है. उन्होंने कहा कि इससे पहले जेबीटी की आधी भर्ती बेच वाईज करवाई गई है, लेकिन शेष पदों पर कमीशन 12 मई 2019 को हमीरपुर कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से करवाई जा चुकी है. इसमें लगभग 6 हजार जेबीटी-टेट पास और लगभग 30 हजार बीएड डिग्री धारकों ने जेबीटी कमीशन की परीक्षा दी, जबकि राज्य सरकार के आरएंडपी नियमों में भी बीएड डिग्री धारकों के लिए जेबीटी में फिलहाल कोई स्थान नहीं है. ऐसे में नियमों को तोड़कर जेबीटी में बीएड के प्रशिक्षुओं को कमीशन करवाना तर्क संगत नहीं है.

उन्होंने सरकार से मांग की है कि अभी भी प्रदेश में 18 से 20 हजार जेबीटी प्रशिक्षु प्रशिक्षित हैं. सरकार के जेबीटी प्रशिक्षुओं के भविष्य पर मंथन करना चाहिए, जिससे बीएड और जेबीटी प्रशिक्षुओं को दक्षता अनुसार रोजगार मिले.

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Intro:किन्नौर न्यूज़।

रिकांगपिओ में जेबीटी प्रशिक्षुओ ने सरकार से की मांग,बीएड अभ्यर्थियों को जेबीटी पदों पर आवेदन को किया जाए रद्द।

किन्नौर-जनजातीय जिला किंन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में आज प्रदेश जेबीटी बेरोजगार संघ के बैनर तले रिकांगपिओ जेबीटी प्रशिक्षुओं ने विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके बाद रिकांगपिओ जेबीटी के प्रशिक्षुओं ने उपायुक्त किन्नौर गोपालचन्द के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।




Body:इस बारे में जेबीटी बेरोजगार संघ जिला सचिव अमरजीत ने कहा कि जेबीटी और बीएड के शिक्षण प्रणाली एक दूसरे से अलग है जबकि जेबीटी प्रशिक्षुओं को प्राथमिक स्तर पर सभी विषयों को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है वही दूसरी ओर बीएड प्रशिक्षुओ को किन्ही दो विषयो को पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है जबकि जेबीटी और बीएड प्रशिक्षुओं के पाठ्यक्रम में काफी अंतर है। उन्होंने कहा कि जेबीटी प्रशिक्षु की न्यूनतम योग्यता 12वी पास न्यूनतम और बीएड प्रशिक्षु की योग्यता स्नातक की डिग्री रखी गयी है जिसमे भी काफी अंतर है उन्होंने कहा कि इससे पूर्व जेबीटी की आधी भर्ती बेच वाईज़ करवाई गई है लेकिन शेष पदों पर कमीशन 12 मई 2019 को हमीरपुर बोर्ड द्वारा करवाया जा चुका है जिसमें लगभग 6 हज़ार जेबीटी टेट पास और 28 हज़ार व 30 हज़ार के बीच बीएड डिग्री धारकों ने जेबीटी कमीशन की परीक्षा दी जबकि राज्य सरकार के आर एंड पी नियमो में भी बीएड वालो के लिए जेबीटी में फिलहाल कोई स्थान नही है ऐसे में नियमो को तोड़कर जेबीटी में बीएड के प्रशिक्षुओं को कमीशन करवाना तर्क संगत नही।


Conclusion:
उन्होंने सरकार से मांग की है कि अभी भी प्रदेश में जेबीटी वर्तमान समय में 18 से 20 हज़ार जेबीटी प्रशिक्षु प्रशिक्षित है जिनके साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी हो रही है जिसपर सरकार को विचारमंथन करनस चाहिए जिससे बीएड व जेबीटी प्रशिक्षुओं को अपनी दक्षता अनुसार अपने कमीशन व अपने रोजगार मिले।

बाईट--अमरजीत--जेबीटी बेरोजगार संघ सचिव किन्नौर
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