किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में अधिकतर क्षेत्रों में जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण जारी है. निर्माणाधीन कार्यों के दौरान बड़े-बड़े डम्परों से पत्थर, मलवा ढोया जा रहा है. सड़कों की हालत इन भारी भरकम गाड़ियों के कारण खराब हो रही है. वहीं, सड़कों पर उड़ती मलवे की धूल से अब किन्नौर के पर्यावरण को भी भारी नुकसान हो रहा है, एक तरफ जहां अब सेब के पेड़ों में हरियाली आने लगी है वहीं लोगों को सड़कों से उड़ती धूल से भी चिंता सता रही है.
धूल मिट्टी को रोकने के लिए उचित प्रबंध करने के दिए आदेश
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि वैसे तो जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माणाधीन कार्यों से पूर्व ही धूल मिट्टी को रोकने के लिए उचित प्रबंध करने की प्राथमिकता रहती है. जलविद्युत परियोजनाओं को सड़कों पर पानी छिड़कने को कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि किन्नौर में अधिकतर सड़कों को पक्का करने के लिए भी प्रशासन द्वारा लगातार काम किया जा रहा है और राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर टायरिंग मेटलिंग का काम शुरू किया जा रहा है, ताकि लोगों को सफर के दौरान दिक्कत न हो.
निर्माणाधीन कार्यों से पर्यावरण को नुकसान
बता दें कि जिला किन्नौर की सड़कों पर इन दिनों जलविद्युत परियोजनाओं के निर्माणाधीन कार्यों के दौरान बड़े-बड़े ट्रक और डंपर में मलवा इत्यादि ढो रहे हैं. इस मलबे से सड़कों पर धूल मिट्टी उड़ रही है. इस धूल मिट्टी से लोग परेशान हैं. इसके साथ ही किन्नौर की सड़को पर छोटे वाहनों को चलाने में भी समस्याए आ रही हैं.
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