किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में इन दिनों जिला के विभिन्न इलाकों में किन्नौर की लुप्त होती हुई संस्कृति को बचाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं. ऐसे में जिला के स्थानीय युवकों की एक टीम इन दिनों प्रशासन के साथ मिलकर किन्नौर के पारंपरिक वेशभूषा, संस्कृति,खानपान को अपने चित्रकारी के माध्यम से दिखाने की कोशिश कर रहे है.
जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ से किन्नौर के युवाओं द्वारा किन्नौर की परंपरा, वेशभूषा को देश विदेश तक फैलाने के लिए वाल आर्ट का काम शुरू किया है. जिससे रिकांगपिओ के रामलीला मैदान व दूसरे स्थानों पर लोगों को किन्नौर की संस्कृति के बारे में चित्रकारी के माध्यम से पता चलेगा.
इस विषय में किन्नौरी आर्ट के चित्रकार रोहित नेगी ने कहा कि किन्नौर की परंपरा को लोगो तक पहुंचाने के लिए उनकी टीम व वे लगातार जिला किन्नौर के विभिन्न स्थानों पर प्रशासन के सहायता से चित्रकारी कर रहे हैं जिससे आने वाले समय मे लोगों को किन्नौर के विभिन्न स्थानों में घूमते हुए वहां की संस्कृति का पता चलेगा साथ ही जिला के सभी अलग अलग स्थानों के अलग अलग संस्कृति को चित्रकारी के जरिए दिखाने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे जिला किन्नौर के पुरानी संस्कृति को नई पीढ़ी भी समझ सके.
बता दें कि जिला किन्नौर में ऐसा पहला पहला प्रयास है जब युवा मिलकर प्रशासन से सहायता लेकर जिला के विभिन्न स्थानों पर किन्नौर की संस्कृति को दर्शाने के लिए कोशिश कर रहे है और इस पारंपरिक चित्रकारी से आने वाले समय में किन्नौर के पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है, साथ ही विलुप्त होती संस्कृति के साथ नई पीढ़ी को अपने पारंपरिक वेशभूषा, रहन सहन, खान पान के बारे में भी इस चित्रकारी के माध्यम से पता चलेगा.