धर्मशाला: कोरोना महामारी के इस दौर में गरीब आर निर्धन लोगों के लिए डिपुओं के माध्यम से निशुल्क गेहूं-चावल सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार के प्रत्येक सदस्य को तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल निशुल्क प्रति माह वितरित किया जाएगा.
दो माह तक निशुल्क दिया जाएगा गेहूं
प्रारंभिक तौर से यह योजना मई और जून माह के लिए लागू रहेगी. कांगड़ा जिला में इस योजना से छह लाख 59 हजार 738 लोग लाभान्वित होंगे. उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निशुल्क राशन की व्यवस्था डिपुओं के माध्यम से की गई थी.
इस बार भी मई माह में कोरोना कर्फ्यू के चलते बीपीएल परिवारों को दो माह मई तथा जून के लिए गेहूं तथा चावल डिपुओं के माध्यम से वितरित करने का निर्णय लिया गया है. जबकि आत्मनिर्भर योजना के तहत प्रवासी परिवारों को निशुल्क राशन की व्यवस्था की गई थी.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
कांगड़ा जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1961 मीट्रिक टन गेहूं तथा 1427 मीट्रिक टन चावल बीपीएल परिवारों को निशुल्क वितरित किया जाएगा. कोविड महामारी के इस दौर में गरीब परिवारों को रोजी रोटी चलाने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो.
खाद्य आपूर्ति विभाग के नियंत्रक विजय कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गेहूं तथा चावल की सप्लाई मई माह में आ गई है. जिन्हें डिपुओं को वितरित भी किया जा रहा है, ताकि निर्धारित समय में निर्धन परिवारों को चावल तथा गेहूं निशुल्क तौर पर वितरित किया जा सके.
डिपो संचालकों को दिशा निर्देश जारी
उन्होंने कहा कि डिपो संचालकों को भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. वहीं, डिपुओं में राशन वितरण के लिए समय भी बढ़ा दिया गया है ताकि सभी उपभोक्ताओं को राशन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
गरीबों को दी जा रही उचित सुविधाएं
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि सरकारी डिपुओं के माध्यम से उपभोक्ताओं को खाद्य वस्तुओं का उचित वितरण सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पात्र लोगों को गेहूं तथा चावल भी निर्धारित कोटे के अनुसार समय पर वितरित करने के लिए भी कहा गया है, ताकि कोरोना कर्फ्यू के चलते गरीब लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं झेलनी पड़े.
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