धर्मशाला: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और सुलह के विधायक विपिन परमार ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार मित्रों की सरकार है, जिसे आम जनता से कोई लेना देना नहीं है. आपदा के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने दो हजार करोड़ दिया, जिसमें आपदा राहत कोष में 673 करोड़ रुपया, भाजपा विधायक निधि और सांसद निधि का पैसा दिया, जिसका हिसाब धर्मशाला में होने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र में लिया जाएगा.
उन्होंने कहा केंद्र सरकार ने आपदा पर प्रदेश सरकार का पूरा सहयोग किया, लेकिन उसके बाद भी प्रदेश सरकार केंद्र का धन्यवाद करने की बजाए लोगों को गुमराह करने में लगी हुई है. उन्होंने कहा सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार अपनी दस गारंटियों को पूरा नहीं कर पाई है. जबकि सरकार को बने एक साल का समय पूरा हो चुका है. अच्छा होता अगर कांग्रेस की गारंटियों के नाम पर जनता से किए वादों को पहले पूरा करती और उसके बाद जश्न मनाती. परमार ने कहा एक तरफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आर्थिकी का रोना रो रहे हैं, जबकि दूसरी ओर सरकार बिना वजह जश्न मना रही है.
विपिन परमार ने कहा एक साल बीत जाने के बाद भी हिमाचल प्रदेश में विकास का कोई काम नहीं हो सका है. केवल घोषणाएं कर लोगों को अंधेरे में रखा जा रहा है. 18 दिसंबर को धर्मशाला में भाजपा कांग्रेस के जश्न पर अपना विरोध प्रकट करेगी. उन्होंने कहा रैली में लोगों को यह कह कर बुलाया गया था कि उन्हें आपदा पर राहत प्रदान की जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. जिसके बाद लोगों ने अपने आप को ठगा सा महसूस किया. उन्होंने कहा रैली में जबरन स्कूली बच्चों को बुलाया गया और घंटों सड़कों पर खड़ा रहने को मजबूर किया गया. परमार ने कहा जनता 2024 लोकसभा चुनावों में प्रदेश कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी हुई है.
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