पालमपुर: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन और भारत की सेना के आमने-सामने के संघर्ष में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत 19 जवान शहीद हुए. भारत और चीन की विवादित सीमा पर 45 साल बाद पहली बार किसी की जान गई.
इस घटना पर शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के पिता डॉ. एनके कालिया ने कहा कि इस घटना से सारा देश दुखी और आहत हैं. इतिहास देखा जाए तो हमारे दो पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान पर विश्वास नहीं किया जा सकता. इनके मन में भारत को नुकसान करने की हमेशा सोच रहती है और जो भी यह काम करते भारत को नुकसान देने वाला ही करते हैं. घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है.
चीन का सामान कम उपयोग किया जाए
डॉ एनके कालिया ने भारत सरकार से आग्रह किया कि, चीन को ऐसा जवाब देना चाहिए कि उसके लिए हमेशा के लिए सबक बन जाए. जहां भारत चीन से अलग-अलग स्तर की वार्ता कर रहे हैं, दूसरी तरफ घिनौनी हरकतें की जा रही है.
डॉ एनके कालिया ने कहा कि चीन में जितनी भी खुशहाली है वह भारत के कारण है. अगर हम भारतीय अपने मन में यह प्रण कर लें कि चीन के समान का कम से कम इस्तेमाल करेंगे. जिससे भारत को चीन से कम से कम आयात करना पड़ेगा. अगर ऐसा कदम सरकार और हम लोग लेते हैं, तो चीन के लिए यह अप्रत्यक्ष सबक होगा.
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