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कांगड़ा में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम 15 फरवरी तक रहेगी लागू, किसान इन केंद्रों पर बेच सकते हैं अपने उत्पाद - farmers in himachal

जिला कांगड़ा में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. इस स्कीम के तहत यदि किसान-बागवानों को उनकी नींबू प्रजाति उत्पादों के उचित दाम न मिले तो वे इस स्थिति में इन केंद्रों पर अपने उत्पादों को बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme in Kangra) (Market Intervention Scheme in Himachal)

Market Intervention Scheme in Kangra
कांगड़ा में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक रहेगी लागू
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Published : Nov 27, 2022, 10:17 AM IST

कांगड़ा: जिला कांगड़ा के किसान-बागवानों को बाजार में उनके नींबू प्रजाति उत्पादों के सही दाम नहीं मिल रहे हैं. जिसके चलते जिला कांगड़ा में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. इस स्कीम के तहत यदि किसान-बागवानों को उनकी नींबू प्रजाति उत्पादों के उचित दाम न मिले तो वे इस स्थिति में इन केंद्रों पर अपने उत्पादों को बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme in Kangra)

जिला कांगड़ा में सरकार की ओर से बनाए गए 21 केंद्रों में यह स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी. इन केंद्रों में 11 केंद्र एचपीएमसी और 10 केंद्र हिमफेड की ओर से स्थापित किए गए हैं. इनमें किसान अपने नींबू प्रजाति उत्पादों को बेच सकते हैं, ताकि बागवानी बाजार में संतुलन बना रहे. इन केंद्रों में बी ग्रेड के खिनू, माल्टा और संतरे के दाम 9.50 रुपए प्रति किलो निर्धारित किए गए हैं. (Market Intervention Scheme in Himachal)

सी ग्रेड खिनू, माल्टा और संतरे के दाम 9 रुपए प्रति किलो निर्धारित किए गए हैं. उद्यान विभाग उपनिदेशक डॉ. कमलशील नेगी ने कहा कि हर ग्रेड के गलगल के दाम आठ रुपए प्रति किलो के हिसाब से निर्धारित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिले में स्थापित किए गए 21 बिक्रय केंद्रों में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. यह स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी जिले के किसान अपने नींबू प्रजाति उत्पादों को इन केंद्रों में बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme) (farmers in himachal)

ये भी पढ़ें: मुख्य सचिव ने अफसरों को दिए निर्देश, हिमाचल में स्नो सीजन में खुली रहें सड़कें, लोगों को मिलती रहे बिजली

कांगड़ा: जिला कांगड़ा के किसान-बागवानों को बाजार में उनके नींबू प्रजाति उत्पादों के सही दाम नहीं मिल रहे हैं. जिसके चलते जिला कांगड़ा में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. इस स्कीम के तहत यदि किसान-बागवानों को उनकी नींबू प्रजाति उत्पादों के उचित दाम न मिले तो वे इस स्थिति में इन केंद्रों पर अपने उत्पादों को बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme in Kangra)

जिला कांगड़ा में सरकार की ओर से बनाए गए 21 केंद्रों में यह स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी. इन केंद्रों में 11 केंद्र एचपीएमसी और 10 केंद्र हिमफेड की ओर से स्थापित किए गए हैं. इनमें किसान अपने नींबू प्रजाति उत्पादों को बेच सकते हैं, ताकि बागवानी बाजार में संतुलन बना रहे. इन केंद्रों में बी ग्रेड के खिनू, माल्टा और संतरे के दाम 9.50 रुपए प्रति किलो निर्धारित किए गए हैं. (Market Intervention Scheme in Himachal)

सी ग्रेड खिनू, माल्टा और संतरे के दाम 9 रुपए प्रति किलो निर्धारित किए गए हैं. उद्यान विभाग उपनिदेशक डॉ. कमलशील नेगी ने कहा कि हर ग्रेड के गलगल के दाम आठ रुपए प्रति किलो के हिसाब से निर्धारित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिले में स्थापित किए गए 21 बिक्रय केंद्रों में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. यह स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी जिले के किसान अपने नींबू प्रजाति उत्पादों को इन केंद्रों में बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme) (farmers in himachal)

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