कांगड़ा: जिला कांगड़ा के किसान-बागवानों को बाजार में उनके नींबू प्रजाति उत्पादों के सही दाम नहीं मिल रहे हैं. जिसके चलते जिला कांगड़ा में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. इस स्कीम के तहत यदि किसान-बागवानों को उनकी नींबू प्रजाति उत्पादों के उचित दाम न मिले तो वे इस स्थिति में इन केंद्रों पर अपने उत्पादों को बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme in Kangra)
जिला कांगड़ा में सरकार की ओर से बनाए गए 21 केंद्रों में यह स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी. इन केंद्रों में 11 केंद्र एचपीएमसी और 10 केंद्र हिमफेड की ओर से स्थापित किए गए हैं. इनमें किसान अपने नींबू प्रजाति उत्पादों को बेच सकते हैं, ताकि बागवानी बाजार में संतुलन बना रहे. इन केंद्रों में बी ग्रेड के खिनू, माल्टा और संतरे के दाम 9.50 रुपए प्रति किलो निर्धारित किए गए हैं. (Market Intervention Scheme in Himachal)
सी ग्रेड खिनू, माल्टा और संतरे के दाम 9 रुपए प्रति किलो निर्धारित किए गए हैं. उद्यान विभाग उपनिदेशक डॉ. कमलशील नेगी ने कहा कि हर ग्रेड के गलगल के दाम आठ रुपए प्रति किलो के हिसाब से निर्धारित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिले में स्थापित किए गए 21 बिक्रय केंद्रों में मार्केट इंटरवेंशन स्कीम को लागू किया गया है. यह स्कीम 21 नवंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी जिले के किसान अपने नींबू प्रजाति उत्पादों को इन केंद्रों में बेच सकते हैं. (Market Intervention Scheme) (farmers in himachal)
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