धर्मशालाः हिमाचल में बढ़ता चिट्टे के नशे का चलन चिंता का विषय बन चुका है. प्रदेश में चिट्टा तस्करी और ओवरडोज से युवाओं की मौत के कई मामले लगातार सामने आते हैं. सीमाओं से सटे इलाके में चिट्टे का काला कारोबार बहुत तेजी से पैर पसराने लगा है. अखिल भारत महासभा और शिवसेना पंजाब ने इसको लेकर सीएम को झापन भेजा है.
शिवसेना पंजाब और अखिल भारत महासभा ने कहा है कि पंजाब से सटे जिला कांगड़ा के क्षेत्रों मे चिट्टे का कारोबार खूब फलफूल रहा है. यही नहीं बॉर्डर एरिया के होटलों में देह व्यापार का धंधा भी चल रहा है. उन्होंने डीआईजी संतोष पटियाल से मुलाकात करके बॉर्डर एरिया में चिट्टे की समस्या से अवगत करवाया.
शिवसेना पंजाब के चेयरमैन सतीश महाजन ने आरोप लगाया कि पंजाब के साथ लगते जिला कांगड़ा के भदरोआ नजदीक हिलटॉप मंदिर डमटाल, छन्नी बेली में नशा (चिट्टा) और देह व्यापार का धंधा होटलों में चल रहा है. उन्होंने बताया कि युवा पीढ़ी नशे की आदत से हर रोज मौत के मुंह में जा रही है. जिसकी वजह से कई परिवारों का नाश हो रहा है.
सतीश महाजन ने बताया कि नशा कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा नशा करने वालों को ही पकड़ा जाता है, जबकि नशा कारोबारियों पर कार्रवाई नहीं की जाती. उन्होंने बताया कि नशे की ओवरडोज की वजह से हाल ही में दो युवाओं की मौत हो चुकी है, जबकि उनके परिजनों को पूछने वाला कोई नहीं है.
डीआईजी संतोष पटियाल ने बताया कि पुलिस अपनी ओर से ऐसे मामलों से निपटने के लिए पूरा प्रयास कर रही है, इसमें समाज का सहयोग भी जरूरी है. पिछले वर्ष ऐसे 270 मामले रजिस्टर किए थे और इस वर्ष चुनाव के चलते पुलिस फोर्स की कमी थी, लेकिन अब फिर से बॉर्डर एरिया में पुलिस नियुक्ति कर दी गई है.
डीआईजी ने बताया कि नशे पर लगाम के लिए पठानकोट पुलिस के एसएसपी से भी उन्होंने बात की है और जल्द ही कांगड़ा और पठानकोट पुलिस ज्वाइंट आपरेशन्स करेगी. उन्होंने बताया कि नशे खिलाफ पुलिस ऑपरेशन आलऑउट शुरू करने वाली है, जो भी व्यक्ति नशे के धंधे में संलिप्त होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.