धर्मशाला: भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की 17 से 19 फरवरी तक धर्मशाला में आयोजित बैठक से पहले गुरुवार को बीजेपी ने नगर निगम चुनाव को लेकर रणनीति बनाई. धर्मशाला के पास शीला चौक स्थित एक निजी होटल में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सभी नेताओं के साथ चर्चा कर चुनावी बिसात बिछाई.
पंचायती राज चुनावों में ज्यादातर सीटें कब्जाने और प्रदेश के छह जिलों में जिला परिषद की सरदारी तय करने के बाद अब भाजपा की नजर नगर निगम चुनाव पर है. भाजपा चाहती है कि नगर निगम चुनाव में भी जीत हासिल कर वर्ष 2022 में मिशन रिपीट के लिए त्रिगर्त के दुर्ग से धरातल पर नींव रखी जा सके. भाजपा नगर परिषद से नगर निगम बने पालमपुर में भी जीत हासिल करना चाहती है. वहीं, पार्टी धर्मशाला नगर निगम में भी कब्जा जमाने की रणनीति बना रही है.
नगर निगम धर्मशाला का पहला चुनाव हार गई थी भाजपा
बता दें कि नगर निगम धर्मशाला में दूसरी बार चुनाव होना है. कांग्रेस शासनकाल में बने नगर निगम धर्मशाला में हुए पहले चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी थी. पार्टी 17 में से मात्र तीन सीटें हासिल कर पाई थी. अब प्रदेश में अपनी सरकार होने के कारण नगर निगम धर्मशाला का चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है.
नगर निगम पालमपुर का चुनाव भी नहीं होगा आसान
कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद किशन कपूर हैं. धर्मशाला से विधायक विशाल नैहरिया हैं. इन दोनों के सहारे नगर निगम धर्मशाला में बहुमत हासिल करना भी भाजपा की रणनीति में शामिल रहेगा. नगर निगम पालमपुर के लिए भाजपा ने शहर का दायरा बढ़ाया है, लेकिन वहां पर भी जीत हासिल करना आसान नहीं है. पालमपुर शहर में बुटेल परिवार का भी प्रभाव है. शीला चौक स्थित निजी होटल में हुई बैठक में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से संबधित मंत्री, विधायक व संगठनात्मक जिलों के पदाधिकारी मौजूद रहें.
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