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निजी स्कूल बसों के संचालन में नियमों की अनदेखी पर प्रशासन सख्त, 2 बसें जब्त 14 के कटे चालान

पुलिस ने ज्वालाजी में करीब 25 निजी स्कूल बसों की चेकिंग की. इन सभी बसों में कई खामियां पाई गईं. बसों में आग बुझाने के जो यंत्र थे वह ओवरडेट हो गये थे. छोटी गाड़ियों में 8 बच्चों के बजाय 12 से 15 बच्चे बैठाए जा रहे हैं.

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Published : May 1, 2019, 8:08 PM IST

निजी स्कूल बसों की चेकिंग करती पुलिस.

कांगड़ा: नुरपूर हादसे के बाद स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से भले ही कई दावे किये जा रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं. आलम ये है कि निजी स्कूल बसें ज्वालामुखी में नियमों की धज्जियां उड़ाती नजर आ रही हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल की चारों सीटों पर कांग्रेस बनाम भाजपा, ये बड़े नेता हैं आमने-सामने

बुधवार को ज्वालामुखी व आस-पास के क्षेत्रों में करीब 25 स्कूल बसों की जिला प्रशासन द्वारा चेकिंग की गई. इन निजी बसों में 2 स्कूली बसों को बिना दस्तावेज के जब्त किया गया और 14 चालान काटे गये और 11300 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया.

ये भी पढ़ें: 6 करोड़ की लागत से तैयार होगा प्रदेश का सबसे बड़ा सोलर प्लांट, 15 से 16 लाख यूनिट बिजली का होगा उत्पादन

थाना प्रभारी पुरषोत्तम धीमान ने बताया कि निजी स्कूली बसों की चेकिंग का अभियान प्रतिदिन चलाया जाएगा. नियमों को ताक पर रखने वाले स्कूल प्रबंधनों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

बसों में पाई गईं ये खामियां
कानूनी तौर पर स्कूली बसों में स्कूल प्रबंधन को एक हेल्पर तैनात करना होता है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. यही नहीं कई स्कूल बस चालकों के पास वर्दी तक नहीं है और जिसके पास हैं उसपर नेमप्लेट गायब है. चेकिंग के दौरान बसों में फर्स्ट एड बाक्स सही नहीं पाया गया. बसों में आग बुझाने के जो यंत्र थे वह ओवरडेट हो गये थे. किसी भी बस में बच्चों के बारे में लिस्ट भी नहीं थी. एक मैजिक वैन में 8 बच्चों के बजाय 12 से 15 बच्चे बैठाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं, गाड़ी की पिछली व आगे की सीटों पर भी 3 से 5 बच्चों को बैठाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: सड़क किनारे बोर्ड लगाने पर राफ्टिंग एजेंसियों पर कार्रवाई, 12 के बोर्ड किए गए जब्त

क्या कहते हैं डीएसपी ज्वालाजी
डीएसपी तिलक राज ने कहा कि किसी भी बस में ओवरलोड ना हो इसकी जांच समय-समय पर हो रही है और आगे भी होगी. तय मापदंड को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सभी स्कूलों में ई-मेल भी किया गया है. इस बीच भी स्कूल प्रबंधन यदि आदेशों की अवहेलना करता है तो संबंधित स्कूल बसों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी.

कांगड़ा: नुरपूर हादसे के बाद स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से भले ही कई दावे किये जा रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं. आलम ये है कि निजी स्कूल बसें ज्वालामुखी में नियमों की धज्जियां उड़ाती नजर आ रही हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल की चारों सीटों पर कांग्रेस बनाम भाजपा, ये बड़े नेता हैं आमने-सामने

बुधवार को ज्वालामुखी व आस-पास के क्षेत्रों में करीब 25 स्कूल बसों की जिला प्रशासन द्वारा चेकिंग की गई. इन निजी बसों में 2 स्कूली बसों को बिना दस्तावेज के जब्त किया गया और 14 चालान काटे गये और 11300 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया.

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थाना प्रभारी पुरषोत्तम धीमान ने बताया कि निजी स्कूली बसों की चेकिंग का अभियान प्रतिदिन चलाया जाएगा. नियमों को ताक पर रखने वाले स्कूल प्रबंधनों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

बसों में पाई गईं ये खामियां
कानूनी तौर पर स्कूली बसों में स्कूल प्रबंधन को एक हेल्पर तैनात करना होता है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. यही नहीं कई स्कूल बस चालकों के पास वर्दी तक नहीं है और जिसके पास हैं उसपर नेमप्लेट गायब है. चेकिंग के दौरान बसों में फर्स्ट एड बाक्स सही नहीं पाया गया. बसों में आग बुझाने के जो यंत्र थे वह ओवरडेट हो गये थे. किसी भी बस में बच्चों के बारे में लिस्ट भी नहीं थी. एक मैजिक वैन में 8 बच्चों के बजाय 12 से 15 बच्चे बैठाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं, गाड़ी की पिछली व आगे की सीटों पर भी 3 से 5 बच्चों को बैठाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: सड़क किनारे बोर्ड लगाने पर राफ्टिंग एजेंसियों पर कार्रवाई, 12 के बोर्ड किए गए जब्त

क्या कहते हैं डीएसपी ज्वालाजी
डीएसपी तिलक राज ने कहा कि किसी भी बस में ओवरलोड ना हो इसकी जांच समय-समय पर हो रही है और आगे भी होगी. तय मापदंड को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सभी स्कूलों में ई-मेल भी किया गया है. इस बीच भी स्कूल प्रबंधन यदि आदेशों की अवहेलना करता है तो संबंधित स्कूल बसों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी.

बिना दस्तावेज के 2 स्कूली बसें जब्त, 14 के कटे चालान, बसूले  11300 रुपये


निजी स्कूल बसें ज्वालामुखी में उड़ा रही नियमो की धज्जियां
25 स्कूल बसों की पुलिस ने की चैंकिंग 
ज्वालामुखी, 1 मई (नितेश):  नुरपूर हादसे के बाद स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से भले ही कई दावे किये जा रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि अभी भी प्राईवेट स्कूलों की मनमानी रूकी नहीं है। आलम ये है कि निजी स्कूल बसें ज्वालामुखी में नियमो की धज्जियां उड़ा रही हैं।
निर्धारित नियमो की अवहेलना करने वाली निजी स्कूल बसों की चैकिंग के लिये थाना प्रभारी पुरषोतम धीमान के नेतृत्व में अभियान छेड़ा गया।
जिसमे ज्वालामुखी व आस पास के क्षेत्रों की निजी बसों की चैंकिंग की गई। इस बीच लगभग 25 स्कूल बसों की चैंकिंग की गई। इन निजी बसों में 2 स्कूली बसों को बिना दस्तावेज के जब्त किया गया और 14 चालान काटे गये और 11300 रुपये का जुर्माना भी वसूला गया।
थाना प्रभारी पुरषोतम धीमान ने बताया कि निजी स्कूली बसों की चैंकिंग का अभियान प्रतिदिन चलाया जाएगा और नियमो को ताक पर रखने वाले स्कूल प्रबंधनों पर उचित कार्यवाही की जाएगी। निजी स्कूली बसों में निर्धारित मापदंड न अपनाने पर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

बसों में ये पाई गई खामियां
स्कूली बसों में कानूनी तौर पर हर वाहन में स्कूल प्रबंधन को एक हेल्पर तैनात करना होता है लेकिन ऐसा नही हो रहा है। यही नहीं कई स्कूल बस चालकों के पास वर्दी तक नहीं है और जो है भी  उस पर कहीं कोई नेम प्लेट नहीं है । किसी भी बस में र्फस्ट एड बाक्स सही नहीं पाया गया। बसों में आग बुझाने के जो यंत्र थे वह ओवरडेट हो गये थे। किसी भी बस में बच्चों के बारे में लिस्ट भी नहीं थी। एक मैजिक वैन में 8 बच्चों के बैठने की जगह होती है, लेकिन इसमें भी 12 से 15 बच्चे बैठाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, गाड़ी की पिछली व आगे की सीटों पर भी 3 से 5 बच्चों को बैठाया जा रहा है।

क्या कहते डी एस पी ज्वालाजी
डी एस पी तिलक राज ने कहा कि किसी भी बस में ओवरलोड ना हो इसकी जांच समय-समय पर हो रही है और आगे भी होगी। तय मापदंड को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सभी स्कूलों में ई मेल भी की गई है। इस बीच भी स्कूल प्रबंधन यदि आदेशो की अवहेलना करता है तो संबंधित स्कूल बसों पर दंडात्मक कार्यवाही होगी।
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