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HRTC धर्मशाला ने बस टाइमिंग में किए बदलाव, 44 रूटों पर बसों का संचालन जारी - बस टाइमिंग में किए बदलाव

लोगों को हो रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम डिपो धर्मशाला ने यात्रियों की सुविधा के लिए बसों की टाइमिंग में फिर से बदलाव किए हैं. धर्मशाला डिपो के बस रूट का नया टाइम टेबल अब सभी बस अड्डों पर लगाया जाएगा, जिससे कि यात्रियों को बसों के समय को लेकर दिक्कत पेश न आ स

HRTC dharamshala
एचआरटीसी धर्मशाला डिपो
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Published : Jun 11, 2020, 5:32 PM IST

धर्मशाला: कोरोना संकट के बीच अनलॉक वन शुरू होते ही हिमाचल सरकार ने एचआरटीसी बस सेवा शुरू कर दी है. बस सेवा शुरू होते ही लोगों को बसों की टाइमिंग को लेकर दिक्कतें पेश आ रही थी. लोगों को हो रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम डिपो धर्मशाला ने यात्रियों की सुविधा के लिए बसों की टाइमिंग में फिर से बदलाव किए हैं.

धर्मशाला डिपो के बस रूट का नया टाइम टेबल अब सभी बस अड्डों पर लगाया जाएगा, जिससे कि यात्रियों को बसों के समय को लेकर दिक्कत पेश न आ सके. आरएम एचआरटीसी धर्मशाला पंकज चड्ढा ने बताया कि बसों की समय सारिणी को लेकर आ रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सात पन्नों की समय सारिणी तैयार की गई है.

वीडियो रिपोर्ट

44 रूटों पर धर्मशाला डिपो की बस सेवा जारी

पहली जून से धर्मशाला डिपो ने 64 रूटों पर बसें चलाई थी. यात्रियों की संख्या कम होने के चलते अब कुछ रूटों में कटौती की गई है और मौजूदा समया में 44 रूटों पर धर्मशाला डिपो की बस सेवा जारी है. नई बस टाइमिंग के हिसाब से ऑन डिमांड भी लंबी दूरी की परिवहन सेवा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है, जिनमें सोलन, शिमला व अन्य क्षेत्रों के लिए बस सेवा शामिल है.

कांगड़ा बस अड्डा बनाया गया केंद्र

निगम की नई बस टाइमिंग में तीन फेज में रूट बनाए गए हैं, जिसमें कांगड़ा बस अड्डा को मुख्य तौर पर रखा गया है, क्योंकि कांगड़ा बस अड्डा सभी क्षेत्रों के लिए आवागमन का केंद्र है. आरएम ने बताया कि सामान्य दिनों में डिपो की बस सेवा 33 हजार किलोमीटर चलती थी, जो कि मौजूदा समय में सीमित हो कर 4 हजार किलोमीटर ही रह गई है. ॉ

निगम को 20 रुपए प्रति किमी की आमदनी

वहीं, इस डिपो की कमाई का मुख्य जरिया लंबी दूरी की बसें थी, जो कि अब नहीं चल रही है. फिलहाल धर्मशाला डिपो की प्रति किलोमीटर आय 20 रुपये के आस-पास दर्ज की जा रही है.

निगम को हुए नुक्सान का आकलन अभी बाकी है

लॉकडाउन और आज के समय में चलाई जा रही बसों से कितना नुक्सान हुआ है, इसका आंकलन अभी किया जाना बाकी है. जुलाई के दूसरे हफ्ते तक यह आंकलन पूरा हो जाएगा. पंकज चड्ढा ने बताया कि परिवहन निगम यात्रियों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है और चालकों-परिचालकों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है.

पढ़ें: पूर्व विधायक ने ध्वाला पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, बिना काम किए ठेकेदार को हुई 54 लाख की पेमेंट

धर्मशाला: कोरोना संकट के बीच अनलॉक वन शुरू होते ही हिमाचल सरकार ने एचआरटीसी बस सेवा शुरू कर दी है. बस सेवा शुरू होते ही लोगों को बसों की टाइमिंग को लेकर दिक्कतें पेश आ रही थी. लोगों को हो रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम डिपो धर्मशाला ने यात्रियों की सुविधा के लिए बसों की टाइमिंग में फिर से बदलाव किए हैं.

धर्मशाला डिपो के बस रूट का नया टाइम टेबल अब सभी बस अड्डों पर लगाया जाएगा, जिससे कि यात्रियों को बसों के समय को लेकर दिक्कत पेश न आ सके. आरएम एचआरटीसी धर्मशाला पंकज चड्ढा ने बताया कि बसों की समय सारिणी को लेकर आ रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सात पन्नों की समय सारिणी तैयार की गई है.

वीडियो रिपोर्ट

44 रूटों पर धर्मशाला डिपो की बस सेवा जारी

पहली जून से धर्मशाला डिपो ने 64 रूटों पर बसें चलाई थी. यात्रियों की संख्या कम होने के चलते अब कुछ रूटों में कटौती की गई है और मौजूदा समया में 44 रूटों पर धर्मशाला डिपो की बस सेवा जारी है. नई बस टाइमिंग के हिसाब से ऑन डिमांड भी लंबी दूरी की परिवहन सेवा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया गया है, जिनमें सोलन, शिमला व अन्य क्षेत्रों के लिए बस सेवा शामिल है.

कांगड़ा बस अड्डा बनाया गया केंद्र

निगम की नई बस टाइमिंग में तीन फेज में रूट बनाए गए हैं, जिसमें कांगड़ा बस अड्डा को मुख्य तौर पर रखा गया है, क्योंकि कांगड़ा बस अड्डा सभी क्षेत्रों के लिए आवागमन का केंद्र है. आरएम ने बताया कि सामान्य दिनों में डिपो की बस सेवा 33 हजार किलोमीटर चलती थी, जो कि मौजूदा समय में सीमित हो कर 4 हजार किलोमीटर ही रह गई है. ॉ

निगम को 20 रुपए प्रति किमी की आमदनी

वहीं, इस डिपो की कमाई का मुख्य जरिया लंबी दूरी की बसें थी, जो कि अब नहीं चल रही है. फिलहाल धर्मशाला डिपो की प्रति किलोमीटर आय 20 रुपये के आस-पास दर्ज की जा रही है.

निगम को हुए नुक्सान का आकलन अभी बाकी है

लॉकडाउन और आज के समय में चलाई जा रही बसों से कितना नुक्सान हुआ है, इसका आंकलन अभी किया जाना बाकी है. जुलाई के दूसरे हफ्ते तक यह आंकलन पूरा हो जाएगा. पंकज चड्ढा ने बताया कि परिवहन निगम यात्रियों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है और चालकों-परिचालकों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है.

पढ़ें: पूर्व विधायक ने ध्वाला पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, बिना काम किए ठेकेदार को हुई 54 लाख की पेमेंट

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