धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने 10वीं कक्षा के छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है. बोर्ड की ओर से बनाए गए फॉर्मूले के मुताबिक छात्रों को फर्स्ट और सेकेंड टर्म की आंतरिक और प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा. स्कूल शिक्षा बोर्ड ने दसवीं कक्षा के 2020-21 के परीक्षा परिणाम के सत्यापन को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं.
रिजल्ट डाटा वेरिफिकेशन जरुरी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HP Board of School Education) के अध्यक्ष डॉ सुरेश कुमार सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि परीक्षा परिणाम को बोर्ड वेबसाइट में अपलोड करने से पूर्व रिजल्ट डाटा वेरिफिकेशन जरुरी है. वेरिफिकेशन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है.
निजी शिक्षण संस्थानों को निर्देश जारी
कुछ निजी शिक्षण संस्थानों ने रिजल्ट डाटा को वेरिफिकेशन कमेटी (Verification Committee) के सत्यापन के बिना ही वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है. निजी शिक्षण संस्थानों के समस्त प्रधानाचार्यों व मुख्याध्यापकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि परीक्षा परिणाम को बोर्ड वेबसाइट में अपलोड करने से पूर्व रिजल्ट वेरिफिकेशन कमेटी का सत्यापन सुनिश्चित करें, अन्यथा अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कारवाई अमल में लाई जाएगी. बता दें कि कोरोना काल के चलते 10वीं कक्षा के छात्रों के बोर्ड की परीक्षाएं नहीं हो पाई थी. इसके बाद बोर्ड ने सीबीएसई के फॉर्मूले के आधार पर छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया है.
वहीं, बोर्ड ने सत्र 2020-2021 की वार्षिक परीक्षा के संचालन के लिए सभी परीक्षा केंद्रों में अधीक्षक पैक्ट व अप्रयुक्त उत्तर पुस्तिकाएं (Unused answer sheet) यदि रखी हैं तो 26 जून तक बोर्ड द्वारा स्थापित ड्रापिंग, कलेक्शन केंद्रों में जमा करवाएं.
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