कांगड़ा: ज्वालामुखी की सड़कों पर ठंड में ठिठुर रहे पशुओं को अब अधवानी स्तिथ गौशाला में आश्रय मिल गया है. शहर की सड़कों पर घूम रहे लगभग 10 बेसहारा पशुओं को गौशाला में बांधा गया है, जबकि अन्य पशुओं को भी रखने की कवायद प्रशासन की ओर से शुरू कर दी गई है.
शुक्रवार को एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा के दिशा निर्देश के बाद स्थानीय पंचायत व गौशाला को लेकर बनाई गई कमेटियों ने अधवानी में गौशाला का उद्घाटन किया गया. गौशाला का उद्घाटन होने के बाद एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा ने कहा कि इस गौशाला के खुलने से सड़कों में घूम रहे बेसहारा पशुओं को आश्रय मिला है. साथ ही किसानों को आवारा पशुओं की वजह से हो रहे फसलों के नुकसान से भी छुटकारा मिलेगा.
एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा ने कहा कि गौशाला खुलने से एकजुटता की जीत हुई है. इससे बेसहारा पशुओं को भी सरंक्षण मिलेगा. साथ ही किसानों की फसलें तबाह होने से भी बचेंगी. एस डी एम अंकुश शर्मा ने कहा कि पंचायत की ओर से भी प्रसाशन को लिखित में एक पत्र दिया गया है, जिसमें गौशाला के संचालन की बात की गई है.
बता दें कि ज्वालामुखी विधानसभा में वर्षो से बंद पड़ी अधवानी में नवनिर्मित गौशाला को खोलने को लेकर लोगों और हिमगिरि हिन्दू महासभा की अगुवाई में गौरक्षा समिति ज्वालामुखी, अधवानी, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, यूथ क्लब देहरा ने लगातार गौशाला को खुलवाने के लिए रैलियां करते रहे और प्रशासन को ज्ञापन सौंपते रहे. इस पर राजनीतिक दबाव में प्रशासन ने भी गौशाला खुलवाने में जहमत नहीं उठाई.
इसके बाद ये मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा और उच्च न्यायलय में जनहित में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश जारी किए गए. हाईकोर्ट ने आदेश दिए कि जिस उद्देश्य से लाखों रुपये लगाकर गौशाला का निर्माण किया गया है उसे जल्द से जल्द उपयोग में लाया जाए. इसके चलते आज गौशाला का उद्घाटन प्रशासन ने किया. बता दें कि इस गौशाला में लगभग 100 पशुओं को एक साथ बांधने की क्षमता है.
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