धर्मशालाः होली का त्योहार यूं तो पूरे देश में मनाया जाता है, क्योंकि यह आपसी भाईचारे व आपसी मेल मिलाप का त्योहार है. वहीं, जिला कांगड़ा के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ज्वालामुखी माता के मंदिर में पुजारियों द्वारा एक अलग तरीके से होली मनाई जाती है.
इस होली में पुजारियों द्वारा छड़ी यात्रा निकाली जाती है. विश्व शांति के लिए नगाड़ों और वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया जाता है. वहीं पुजारी अभिनव शर्मा ने कहा कि पुजारियों द्वारा माता की छड़ी यात्रा निकाली जाती है. उन्होंने कहा कि यह प्राचीन परम्परा लगातार जाती है.
पुजारियों का कहना है कि दो दिनों तक इस छड़ी यात्रा का आयोजन किया जाता है. उन्होंने कहा कि छोटी होली वाले दिन सीधी परिक्रमा की जाती है. देवताओं और बुजुर्गों के साथ होली खेली जाती है. उन्होंने कहा कि यह परम्परा सदियों से चली आ रही है.