हमीरपुर: देशभर में आज रक्षाबंधन त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश के बाजार भी विभिन्न प्रकार की राखियों से सजे हुए हैं. जिला हमीरपुर में महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा खास तरह की राखियां तैयार की गई हैं. रक्षाबंधन पर्व पर हमीरपुर जिले में खास बाजार सजा है. इस बाजार में पारंपरिक राखियां मिल रही हैं. वहीं, तिरंगे के रंग में रंगी नजरबट्टू राखी बच्चों और अभिभावकों की खासी पसंद बनी हुई है. नजरबट्टू राखियां भाइयों को हर बुरी नजर से बचाएंगी.
पारंपरिक तरीके से तैयार की राखियां: बता दें कि तिरंगे के रंग में कौड़ियां लगाकर बनाई गई ये खास राखी मात्र तीस रुपये में बिक रही है, जोकि बाजार की चमक दमक वाली राखियों से कहीं सस्ती है. इसके अलावा तुलसी, रुद्राक्ष, चावल और गेहूं से भी पारंपरिक राखियां बनाई गई हैं. वहीं, इस बाजार में जन्माष्टमी के त्योहार की झलक भी देखने को मिल रही है. महिलाएं कान्हा के आसन और झूले भी इस बाजार में बेच रही हैं
भाई को बुरी नजर से बचाएगी राखी: नादौन ब्लॉक की महिला स्वयं सहायता समूह की प्रधान अनीता का कहना है कि बच्चों के लिए खास आकर्षक राखियां तैयार की गई हैं. बच्चों को आकर्षित करने वाले तिरंगे के रंग में रंगी राखियों में नजरबट्टू भी लगाया गया है. जिससे ये राखी भाइयों को हर बुरी नजर से बचाएगी, जो कि इस राखी की सबसे खास बात है. इसके अलावा पारंपरिक तरीके से अनाज, रुद्राक्ष और तुलसी की राखियां भी बनाई गई है. बच्चे और अभिभावक इन राखियों को काफी पसंद कर रहे हैं.
बचत भवन में लगा राखी बाजार: स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने खुद से इन उत्पादों को तैयार किया है. बिना तेल घी की मिठाइयां भी यहां पर खूब बिक रही हैं. हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों ने इस बार हमीरपुर के बचत भवन के ऊपरी बरामदे में राखी बाजार सजाया है. इस बाजार में रंग-बिरंगी राखियों के साथ महिलाओं द्वारा तैयार किए गए अन्य उत्पाद भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. एडीसी जितेंद्र सांजटा ने इस राखी बाजार के लिए सभी प्रतिभागी महिला स्वयं सहायता समूहों की सराहना की. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत ये समूह बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं और इनकी सदस्य महिलाएं पारंपरिक एवं इको फ्रेंडली उत्पाद तैयार कर रही हैं.
17 स्वयं सहायता समूहों के लगे स्टॉल: एडीसी जितेंद्र सांजटा ने बताया कि डीसी हेमराज बैरवा के निर्देशानुसार महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के व्यापार के लिए जिला प्रशासन और जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ने विशेष व्यवस्था की है. इसी कड़ी में राखी बाजार के माध्यम से भी इन महिलाओं को अपने उत्पाद बेचने के लिए बेहतर मंच उपलब्ध करवाया गया है. इस राखी बाजार में महिलाओं द्वारा तैयार की गई रंग-बिरंगी राखियों के अलावा खिलौने, बैग, अचार, साबुन, शहद, बडियां, चटनी, जैम और अन्य उत्पाद भी बहुत ही कम दामों पर उपलब्ध हैं. एडीसी ने सभी लोगों से महिला स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल से खरीदारी करने की अपील की है. इस राखी बाजार में 17 महिला स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल लगाए गए हैं.
राखी बाजार में विभिन्न उत्पादों की बिक्री: हमीरपुर ब्लॉक की महिला स्वयं सहायता समूह की प्रधान मधु ने बताया कि पारंपरिक तरीके से चंदन की राखियां बनाई गई है. स्टॉल में कान्हा का आसन और झूला भी उपलब्ध करवाया जा रहा है. सितंबर में जन्माष्टमी भी है, जिसे देखते हुए कान्हा का झूला और आसन लोगों की खासी पसंद बना हुआ है. इससे हर महीने स्वयं सहायता समूह को दस हजार की कमाई हो रही है. बिझड़ी ब्लॉक की महिला स्वयं सहायता समूह की प्रधान निशा कुमारी का कहना है कि वह तुलसी का साबुन तैयार कर रही हैं. यह साबुन लोगों को काफी पसंद आ रहा है. इसके अलावा हाथों से निर्मित कई उत्पाद भी राखी मेले में बेचे जा रहे हैं.
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