हमीरपुर: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी की प्रधानाचार्य के खिलाफ शिक्षा विभाग को भेजी गई शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है, जिसमें प्रधानाचार्य के साथ स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों के बयान भी लिए जाएंगे.
गौरतलब है कि स्थानीय ग्राम पंचायत टपरे में बीती 9 जुलाई को हुई ग्राम सभा की बैठक में प्रधानाचार्य के खिलाफ ग्रामीणों ने प्रस्ताव पारित कर शिक्षा विभाग व सरकार को भेजा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि स्थानीय युवक मंडलों टपरे, दरकोटी, छत्रैल, झोखर के साथ ही शहीद अनिल व स्व. हेम राज के नाम से होने वाले टूर्नामेंट में स्कूल प्रबंधन हर बार बाधा पहुंचाता है.
प्रतियोगिता के आयोजकों व दूर-दूर से आने वाले खिलाड़ियों को इस वजह से काफी समस्याएं उठानी पड़ती हैं. कई दशकों से यहां पर खेल प्रतियोगिताएं शांतिपूर्ण होती रही हैं. प्रधानाचार्य इससे पहले सहयोग करते थे. जन सहयोग से ही स्कूल व खेल मैदान बनाए गए हैं. युवा पीढ़ी का खेलों की ओर रूझान बढ़ाने के लिए खेल प्रतियोगिताएं करवाई जाती हैं.
टौणी देवी के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा चुके हैं. इसके साथ ही प्रधानाचार्य पर स्कूल के प्राकृतिक पेयजल स्रोतों व पानी की टंकी के साथ छेड़छाड़ के साथ उन्हें बर्बाद करने की कोशिश की गई. स्थानीय युवकों को मैदान में सुबह व शाम खेलने से रोका जाता है और गेट को बंद कर दिया जाता है.
ग्राम सभा ने प्रस्ताव भेजा था कि भविष्य में भी इसी तरह की कार्यशैली रही तो उनका तबादला कर दिया जाए, जिससे लोगों को दिक्कत न हो. वहीं, इस संबंध में शिक्षा उपनिदेशक उच्च हमीरपुर जसवंत सिंह का कहना है कि शिकायत उनके पास आई है. इसके लिए बगवाड़ा स्कूल के प्रधानाचार्य को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. ग्राम सभा के प्रस्ताव के जुड़े सभी मामलों की जांच की जाएगी. एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी गई है, जिसके बाद आगामी कारवाई की जाएगी.