हमीरपुरः एनआईटी हमीरपुर में हालिया समय में हुई भर्तियां हमेशा सवालों के घेरे में रही हैं. अब वर्ष 2009 में हुई भर्ती में भी धांधली की बात सामने आ रही है . वर्तमान समय में 2018-19 में कई भर्तियों की जांच चल रही है. इस मामले में तत्कालीन निदेशक प्रोफेसर विनोद यादव को बर्खास्त भी किया जा चुका है. वहीं, अब एक दशक पहले हुई भर्तियों को लेकर भी धांधली की आशंका जताई जा रही है.
मंत्री और विधायक के पास पहुंच चुकी है शिकायत
बताया जा रहा है कि इस मामले की शिकायत भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा और प्रदेश के मुख्य सचिव को लिखित तौर से दी गई है. शिकायतकर्ता ने साल 2008-2009 में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर और लेक्चरर समेत कुल 69 पदों के लिए की गई भर्ती में गड़बड़ी की आशंका जताई है.
एनआईटी हमीरपुर के रजिस्ट्रार ने कहा
एनआईटी हमीरपुर के रजिस्ट्रार प्रोफेसर योगेश गुप्ता ने कहा कि अभी तक उन्हें इस बारे में कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है. जांच के बाद ही इस बारे में वह स्पष्ट तौर पर कुछ कह सकते हैं. उनका यह भी कहना है कि कुछ लोग उन्हें और कार्यकारी निदेशक को एनआईटी से हटाने के लिए षड्यंत्र भी रच रहे हैं.
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