हमीरपुर: हमीरपुर में मंगलवार को दो दिनों के बाद बाजार खुल गया. जिला प्रशासन के दो दिनों तक बाजार को बंद रखने के निर्णय से व्यापारी नाराज नजर आ रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने मंगलवार को हमीरपुर जिला के मुख्य बाजार में दुकानदारों की राय जानी. इस दौरान दुकानदारों का स्पष्ट कहना था कि एकाएक ही बाजारों को बंद करने का निर्णय लिया गया. दुकानदारों ने होली पर्व के लिए हजारों रुपये के रंग बेचने के लिए खरीदे थे, जिसे बेचने का वक्त ही नहीं दिया गया. इस वजह से उनका काफी आर्थिक नुकसान हुआ है.
बाकी जिलों में मेले का आयोजन, हमीरपुर में बाजार बंद क्यों?
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सरकार और प्रशासन के निर्णय का विरोध नहीं है, लेकिन यह निर्णय सही ढंग से लागू किए जाने चाहिए थे. दुकानदारों को प्रशासन के निर्णय के कारण नुकसान झेलना पड़ा है. मंडी और बिलासपुर में मेले हुए, लेकिन हमीरपुर में उत्सव पर बाजार बंद कर दिए गए. हालात ऐसे हैं कि फायदा तो दूर की बात, लेकिन नुकसान झेलना पड़ रहा है. सरकार की अफसरशाही पर कोई लगाम नहीं है, जिस वजह से इस तरह के निर्णय लिए जा रहे हैं और लोगों को दिक्कतें पेश आ रही हैं.
बाजार बंद करना सही निर्णय नहीं
दुकानदारों की मानें तो बाजार बंद करना सही निर्णय नहीं है. प्रदेश सरकार और प्रशासन को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अन्य विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए. यह जरूरी है कि बीमारी से बचाव हो लेकिन परिवार पालने के लिए कार्य करना भी जरूरी है.
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