ETV Bharat / state

अवैध खनन माफिया को विभाग का नहीं डर, सरेआम शुक्कर खड्ड से भरे जा रहे ट्रैक्टर

बड़सर में खनन माफिया को किसी भी विभाग का डर नहीं रहा है, सरेआम मुख्य सड़क के किनारे कई ट्रैक्टर एक साथ खनन सामग्री भरते देखे जा सकते हैं. लोगों का कहना है कि हालांकि पुलिस विभाग लगातार खनन माफिया पर शिकंजा कसने के लिए चालान भी करता है लेकिन फिर भी ये सिलसिला रुकता नजर नहीं आ रहा. इस संदर्भ में जिला खनन अधिकारी हरविंदर सिंह का कहना है कि अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए विभाग शीघ्र ही छापेमारी करेगा.

illegal-mining-in-barsar
फोटो
author img

By

Published : May 3, 2021, 9:28 PM IST

बड़सर/हमीरपुर: उपमण्डल बड़सर में खनन माफिया को किसी भी विभाग का डर नहीं रहा है, मुख्य सड़क के किनारे कई ट्रैक्टर एक साथ खनन सामग्री भरते देखे जा सकते हैं. मामला घोड़ी धबीरी क्षेत्र का है. जहां एक लंबे पुल के नीचे शुक्कर खड्ड से बाकायदा रेता बजरी को अलग करने के लिए बड़ी-बड़ी जालियां भी लगाई गई हैं. इस स्थान पर सुबह शाम कई ट्रैक्टर खड़े रहते हैं जिन्हें भरने के लिए प्रवासी मजदूरों का सहारा लिया जाता है.

लोगों का कहना है कि पुलिस विभाग लगातार खनन माफिया पर शिकंजा कसने के लिए चालान भी काटे जाते हैं लेकिन फिर भी ये सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है.

विभाग शीघ्र ही करेगा छापेमारी

इस संदर्भ में जिला खनन अधिकारी हरविंदर सिंह का कहना है कि अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए विभाग शीघ्र ही छापेमारी करेगा, लेकिन हैरानी की बात ये है कि मुख्य सड़क के किनारे इन तरह की गैरकानूनी कार्रवाई की जाती है, लेकिन इन लोगों में न तो पुलिस का कोई खौफ है और न ही खनन विभाग का.

ये हाल तब है जब पूरे प्रदेश में खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है. खनन विभाग का ये लचर रवैया लोगों की समझ में नहीं आ रहा है. स्थानीय लोग कई बार खनन पर आपत्ति जता चुके हैं क्योंकि क्षेत्र का जलस्तर लगातार कम होता जा रहा है और इससे पुल को भी खतरा हो सकता है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार ने अब तक किसानों से खरीदी 1367 मीट्रिक टन गेहूं, 31 मई तक होगी खरीद

बड़सर/हमीरपुर: उपमण्डल बड़सर में खनन माफिया को किसी भी विभाग का डर नहीं रहा है, मुख्य सड़क के किनारे कई ट्रैक्टर एक साथ खनन सामग्री भरते देखे जा सकते हैं. मामला घोड़ी धबीरी क्षेत्र का है. जहां एक लंबे पुल के नीचे शुक्कर खड्ड से बाकायदा रेता बजरी को अलग करने के लिए बड़ी-बड़ी जालियां भी लगाई गई हैं. इस स्थान पर सुबह शाम कई ट्रैक्टर खड़े रहते हैं जिन्हें भरने के लिए प्रवासी मजदूरों का सहारा लिया जाता है.

लोगों का कहना है कि पुलिस विभाग लगातार खनन माफिया पर शिकंजा कसने के लिए चालान भी काटे जाते हैं लेकिन फिर भी ये सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है.

विभाग शीघ्र ही करेगा छापेमारी

इस संदर्भ में जिला खनन अधिकारी हरविंदर सिंह का कहना है कि अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए विभाग शीघ्र ही छापेमारी करेगा, लेकिन हैरानी की बात ये है कि मुख्य सड़क के किनारे इन तरह की गैरकानूनी कार्रवाई की जाती है, लेकिन इन लोगों में न तो पुलिस का कोई खौफ है और न ही खनन विभाग का.

ये हाल तब है जब पूरे प्रदेश में खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है. खनन विभाग का ये लचर रवैया लोगों की समझ में नहीं आ रहा है. स्थानीय लोग कई बार खनन पर आपत्ति जता चुके हैं क्योंकि क्षेत्र का जलस्तर लगातार कम होता जा रहा है और इससे पुल को भी खतरा हो सकता है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार ने अब तक किसानों से खरीदी 1367 मीट्रिक टन गेहूं, 31 मई तक होगी खरीद

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.