हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के फरमान से प्रदेश भर के विभिन्न कॉलेजों में बी फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे सैकड़ों छात्रों के भविष्य पर संकट छा गया है. पिछले दिनों तकनीकी विश्वविद्यालय ने आदेश जारी किए करते हुए कहा था कि जिन छात्रों की प्रथम और द्वितीय सत्र में किसी विषय में भी एग्जाम क्लियर नहीं है, उन्हें पांचवें सेमेस्टर में दाखिला नहीं दिया जाएगा.
विश्वविद्यालय के फरमान के विरोध में सोमवार को विभिन्न कॉलेजों में फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय कैंपस में धरना दिया. छात्रों ने इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि वह फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से इस मामले में बातचीत कर उन्हें राहत प्रदान करें. वहीं, छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांग न मानी गई तो वह आंदोलन करने को भी विवश होंगे.
बता दें कि तकनीकी विश्वविद्यालय ने कॉलेजों को आदेश जारी किए हैं कि जिन छात्रों की प्रथम और द्वितीय सत्र में किसी विषय में एग्जाम क्लियर नहीं है उन्हें पांचवें सेमेस्टर में दाखिला नहीं दिया जाएगा. सप्लीमेंट्री एग्जाम को क्लियर करने के बाद ही अगले सत्र में दाखिला मिलेगा. इससे इन छात्रों का एक साल बर्बाद हो रहा है.
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने दाखिले के समय इस तरह की कोई सूचना उन्हें नहीं दी और अब एकाएक इस तरह के फरमान जारी कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया है कि विवि इस मामले में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया में पैरवी कर उन्हें राहत दे.
हालांकि इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का तर्क है कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देशानुसार ही आदेश जारी किए गए हैं.