हमीरपुर: भंग किए गए कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक प्रकरण में आरोपी आयोग के पूर्व सचिव जितेंद्र कंवर को अदालत ने 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. आरोपी को सोमवार को एक बार फिर हमीरपुर अदालत में पेश किया गया. पिछले बुधवार को अदालत ने आरोपी को 10 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेजा था. जिसके बाद अब अदालत ने आरोपी को 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. इस मामले में एसआईटी और विजिलेंस गहनता से छानबीन कर रही है.
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते आरोपी को मंगलवार रात को हमीरपुर में गिरफ्तार किया गया था. मार्च महीने से ही आरोपी की गिरफ्तारी के गया स लगाये जा रहे थे, लेकिन अप्रैल महीने में विजिलेंस की तरफ से यह बड़ा कदम उठाया गया. यह बड़ा कदम इसलिए भी है, क्योंकि कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक प्रकरण की जांच में सरकार का सीधा दखल है. ऐसे में इस मामले में जांच में हर एक कदम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
पेपर लीक प्रकरण की प्रथम एफआईआर नामजद है आरोपी: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आइटी पोस्ट कोड नंबर 965 की भर्ती में पेपर लीक मामले में 23 मार्च 2022 को पहली एफ आई आर दर्ज की गई थी. इस दौरान विजिलेंस थाना हमीरपुर में दर्ज एफआईआर में कुल 8 लोगों को आरोपी बनाया गया था.
FIR में आरोपी पूर्व सचिव का नाम मार्च महीने में जोड़ा गया है. सरकार से अभियोग चलाने की मंजूरी मिलने के बाद विजिलेंस की तरफ से यह कार्रवाई की गई थी. इस मामले में आयोग की गोपनीय शाखा की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, उनके बेटे निखिल आजाद के अलावा कई लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में कुछ लोगों को अदालत से जमानत मिल गई है, जबकि कुछ अभी तक न्यायिक हिरासत में है. विजिलेंस हमीरपुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेनू शर्मा ने बताया कि कोर्ट ने पूर्व सचिव को 21 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा है. उन्होंने कहा कि मामले में गहनता से छानबीन की जा रही है.
Read Also- Horoscope 11 April: कल इन राशियों का होगा मंगल, पैसा मिलेगा लेकिन सावधानी जरूरी