हमीरपुर: मासनूस सीजन में लगातार हो रही बारिश से हमीरपुर जिले में आफत आ गई है. हमीरपुर जिले जनजीवन अभी तक पटरी पर नहीं लौटा है. तीन दिनों में लगातार हो रही बारिश की वजह से हमीरपुर जिले में 150 करोड़ का नुकसान हुआ है. हमीरपुर, नादौन और सुजानपुर टाउन की बड़ी पेयजल योजनाओं समेत दर्जनों पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हुई.
जिले में भारी बारिश के चलते मकान ढहने और बहने के कारण चार लोगों की मौत हुई है. वहीं, नादौन में एक खड्ड में बही महिला का अभी तक पता नहीं चला है. जिले के विभिन्न उपमंडलों में दर्जनों गांव पिछले तीन चार दिनों से अंधेरे में डूबे हुए हैं. जिला प्रशासन और सबंधित विभाग बिजली, पानी और सड़कों को बहाल करने में जुटे हैं.
इन सभी प्रमुख विभागों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. दर्जनों बिजली की खंभे ढह गए. पेयजल योजनाओं में भी बिजली की सप्लाई ठप है, जिसे बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है. डीसी हमीरपुर हेमराज बैरवा ने कहा जिले में बारिश की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है. बिजली, सड़क और पानी को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है. ब्यास का जलस्तर बेहद अधिक है.
उन्होंने कहा हमीरपुर, नादौन और सुजानपुर शहर की पेयजल योजनाओं को बुधवार शाम तक बहाल कर लिया जाएगा. जिला में 13 सड़क मार्ग ऐसे हैं, जिन्हें बहाल नहीं किया जा सका है. जबकि अन्य प्रमुख सड़क मार्ग बहाल कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा नादौन में खड्ड में बही महिला अभी तक बरामद नहीं हुई हैं. जिला में बिजली, पानी और सड़क सुविधा को बहाल करने का कार्य युद्वस्तर पर जारी है.
प्रशासन की तरफ से हमीरपुर समेत बड़े शहरों में शाम तक पेयजल सप्लाई बहाल करने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन जमीनी स्तर हुई तबाही से यह संभव नजर नहीं आ रहा है. बिजली की लाइनें और खंभे बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए है. ऐसे में इन्हें बहाल करने में प्रशासन और विभाग को अभी एक से दो दिन का और समय लग सकता है. जिला में कोई ऐसा गांव और पंचायत नहीं बची है, जिसमें बरसात ने तबाही के जख्म न दिए हो.
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