हमीरपुर: कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में शादी, ब्याह जैसे सामूहिक कार्यक्रमों पर ब्रेक लग गई है. लगन के महीने में भी बैंड बाजों का शोर बंद हैं और ना ही शादी के दौरान बारातियों का नागिन डांस सड़कों पर देखने को मिल रहा है, लेकिन कोरोना संकट के इस कठिन दौर में एक जोड़ा शादी के अटूट बंधन में बंध गया. इस मौके पर न तो बैंड-बाजा बजा, न डांस हुआ और न ही बारातियों की भीड़ जमा हुई.
दूल्हे के चाचा राजेश ने कहा कि घरवालों ने तय किया कि सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए शादी पूरी करवाई जाएगी. सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरा पालन किया गया है और शादी पहले से तय थी. जिला हमीरपुर के महल गांव में यह लॉकडाउन वाली शादी देखने को मिली है. महल गांव से दूल्हा अंकुश कुमार अपने पिता ओम प्रकाश, चाचा राजेश और संजीव मास्क लगाकर वधू के घर पहुंचे. बारात में बिना बैंड-बाजा और बिना नाच-गाने के बीच शादी की रस्में पूरी की गई.
अंकुश कुमार महज 3 लोगों की बारात लेकर शादी करने पहुंचे. वधू पक्ष ने भी अपने रिश्तेदारों को नहीं बुलाया. दुल्हा-दुल्हन के साथ-साथ 3 बारातियों ने भी मास्क पहन कर शादी की रस्मों को पूरा किया. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया, जिससे शादी यादगार हो गयी.