सुजानपुर/हमीरपुर: सरकारी बसों की आवाजाही शरु होने के बाद हिमाचल प्रदेश में निजी बस ऑपरेटरों को भी बस सेवा शुरू करनी अनुमति प्रदेश सरकार की ओर से मिल गई है. जिसके बाद जिला के उपमंडल सुजानपुर में इक्का-दुक्का निजी बस ऑपरेटरों ने बस का तो चला दी, लेकिन उन्हें यूनियन के विरोध का सामना करना पड़ा. यूनियन की मनाही के बावजूद कुछ एक ऑपरेटरों ने कुछ रूट पर निजी बस भेज दी. इस बारे में पता चलते ही ऑपरेटर यूनियन ने संबंधित बस संचालकों को बस सेवा बंद करने को कहा.
वहीं, निजी बस ऑपरेटर यूनियन हमीरपुर के उपाध्यक्ष विजय ठाकुर ने कहा कि 25 जून को होने वाली कैबिनेट की बैठक के बाद ही हिमाचल प्रदेश में बस सेवा चलाने के बारे में निर्णय लिया जाएगा. अगर सरकार निजी बस ऑपरेटरों की मांगों को मानती है, तो बसें चला दी जाएंगी, नहीं तो निजी बसों के पहिए थमे रहेंगे.
बता दें कि निजी बसें न चलने से लोगों को भी आवाजाही में दिक्कतें पेश आ रही हैं. सरकारी बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रख कर ही बसों में सवारियों को बैठाया जा रहा है. सीटों की संख्या से कम ही सवारियां भरी जा रही हैं. इसलिए निजी बसों की भी रूटों पर जरूरत पड़ रही है. व्यास निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रधान भीम सिंह राणा ने कहा कि जो इक्का-दुक्का बसें चली है. उनसे बात कर ली गई है, आने वाले दिनों से बसें नहीं चलाई जाएंगी.
जानकारी के मुताबिक हिमाचल में मंत्रिमंडल की बैठक 25 जून को प्रस्तावित है. इसमें निजी बस ऑपरेटरों को राहत देने का फैसला लिया जाना है. हालांकि प्रदेश सरकार ने बस किराया बढ़ाने से साफ मना कर दिया है. ऐसे में उम्मीद है कि ऑपरेटरों का टैक्स माफ किया जा सकता है. कोरोना महामारी के चलते सरकार पहले भी ऑपरेटरों के टैक्स माफ किए हैं.
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