चंबा: भरमौर उपमंडल में निर्माणाधीन 240 मैगावाट की कुठेहड जल विद्युत परियोजना की प्रभावित ग्राम पंचायतों का दर्द जानने के लिए शिवभूमि सेवा दल समिति ने जन जागरण अभियान शुरू किया. इसके तहत शुक्रवार को सेवा दल ने उलांसा पंचायत में ग्रामीणों की मांगों और समस्याओं को जाना. इस दौरान शिवभूमि सेवा दल के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी रखी गई मांगों को निर्माण कार्य करने वाली कंपनी और प्रदेश सरकार के समक्ष रखा जाएगा.
बता दें कि भरमौर में रावी नदी पर 240 मैगावाट की जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है. इस परियोजना की प्रभावित पंचायतों में ग्राम पंचायत उलांसा, गरोला, चन्हौता, लामू, कुठेहड और होली शामिल है. यहां पर इन दिनों रोजगार के मुद्दा खूब छाया हुआ है. ग्रामीणों की समस्याओं और मांगों को जान कर उनका निदान करने का जिम्मा क्षेत्र के स्वयं सेवी संगठन शिवभूमि सेवा दल ने उठाया है. शिवभूमि सेवा दल समिति के सदस्य अनिल कुमार ने बताया पंचायत में ग्रामीणों के साथ बैठक की गई.
इस दौरान ग्रामीणों ने बर्फबारी के चलते क्षतिग्रस्त हुई सडक को यातायात के लिए बहाल करने की मांग रखी है. उंलासा पंचायत में प्रोजेक्ट का पावर हाउस बनने वाला है. ग्रामीणों का तर्क है कि इस बडे प्रोजेक्ट से उनके प्राकृतिक संसाधनों को नुक्सान पहुंचेगा. लिहाजा उन्होंने मांग रखी है कि पंचायत के हर परिवार को रोजगार, अति निर्धन, विधवा और दिव्यांगों को पेंशन की सुविधा समेत यहां स्कूलों में रिक्त चल रहे शिक्षकों के पदों को भरा जाए.