चंबा: भरमौर विधानसभा क्षेत्र के किलोड़ ग्राम पंचायत के लोगों को सड़क सुविधा न मिलने के कारण कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण किसी के बीमार होने की स्थिति में मरीज को पालकी में उठाकर उबड़ खाबड़ रास्तों से सड़क तक पहुंचाने को मजबूर है. ऐसे में हल्की सी चूक किसी उन्हें मौत के मुंह में धकेल सकती है.
ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है जिसमें लोग मरीज को पालकी में उठाकर उबड़ खाबड़ रास्तों से ले जाते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में रास्ता इतना संकरा है कि एक हल्की सी चूक किसी की जिंदगी के लिए आफत बन सकती है.
जानकारी के अनुसार किलोड़ पंचायत के गोरख राम (75) निवासी कलमला गांव की तबीयत अचानक काफी खराब हो गई. गांव में सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को करीब आठ किलोमीटर तक मरीज को पालकी पर उठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ा है.
इसके बाद 108 के माध्यम से उन्हें उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल चंबा लाया गया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया.
बता दें कि सड़क सुविधा न होने से किलोड़ पंचायत के 11 गांव कलमला, उड़पा, बनाड़, भड़का, पुलेनी, कुठेड़, पड़ी, चौनका, नागवन, लौहग्रां और सपोग गांव के करीब पांच सौ परिवार आज भी सड़क सुविधा से कोसों दूर हैं. यहां ग्रामीणों को हर दिन 8 किलोमीटर पैदल सफर कर संपर्क सड़क मार्ग तक पहुंचाने को मजबूर होना पड़ रहा है.
लोगों का कहना है कि कई बार विभागीय अधिकारियों, नेताओं से समेला से कलमला तक सड़क बनाने की मांग की गई है. इसके बावजूद अभी तक इन गांवों के लिए सड़क निर्माण को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया हैं.
वहीं, किलोड़ पंचायत प्रधान सुमित्रा देवी ने कहा कि पंचायत के 11 गांवों को जोड़ने के लिए 2011 में सर्वेक्षण करवाया गया था. साथ ही डीपीआर भी बन गई थी. वहीं, पंचायत से कई बार प्रस्ताव डाल कर विभाग और सरकार को भेजें है, लेकिन इस सड़क का कार्य आज तक शुरू नहीं हो पाया है.
वहीं क्षेत्र के विधायक जिया लाल कपूर का कहना है कि किलोड़ पंचायत के गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए पीएमजीवाइएस के तहत कार्य होगा. इसके लिए लोक निर्माण विभाग को औपचारिकताएं पूरी करने के आदेश पहले ही जारी कर दिए हैं.
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