चंबा: जिला में पिछले 24 घंटे में हुई भयंकर बारिश से भटियात की दोनों बड़ी खड्डों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. चक्की और कलम खड्डों ने ऐसी भयंकर तबाही मचाई है कि जिसे भरने में लंबा समय लग जाएगा. सबसे ज्यादा नुकसान कांगड़ा-चंबा जिलों के लिए बनाए जा रहे फिन्ना प्रोजेक्ट को हुआ है.
फिन्ना प्रोजेक्ट की साइट पर लगी सुरक्षा दीवार चक्की के तेज बहाव में बह गई है. इसके अलावा स्टोर और जेसीबी, पोकलेन के अलावा टनों के हिसाब से सरिया बह गया है. इसी तरह जेनरेटर, मिक्सर व बिजली केबल सहित साइट के ऊपरी हिस्से पर बना डंगा भी बह गया है.
परियोजना में कार्यरत एक्सईएन जीवन प्रकाश ने दावा किया है कि कुल दो करोड़ पचपन लाख का नुकसान हुआ है. नब्बे फीसदी डैम साइट के प्रोटेक्शन स्ट्रक्चर डैमेज हुए. वहीं दूसरी ओर लाहड़ू में वन विभाग की नर्सरी बह गई है. इसमें 80 हजार पौधों का कोई पता नहीं चल पा रहा है. इससे विभाग को लाखों रुपए के नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
इसके अलावा में तुरकड़ा पंचायत में कलम खड्ड ने नोले का पुल को बहा दिया है. इससे डबंरेरा गांव का संपर्क कट गया है. लोगों को करीब एक घंटा अतिरिक्त सफर कर पंचायत में अपने घरों में जाना पड़ रहा है. चक्की दरिया में बाढ़ इतनी भयंकर है कि लाहड़ू पुल पर पुलिस ने काफी समय के लिए ट्रैफिक रोके रखी. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि इतनी बड़ी बाढ़ कभी भी खड्ड में देखने को नहीं मिली. गौर रहे लाहड़ू से कुछ ऊपर चक्की और कलम खड्डें आपस में मिल जाती हैं.
जानकारी के अनुसार तेज बारिश से गोधरा प्राइमरी स्कूल का भवन गिर गया है. गनीमत यह रही कि उस समय स्कूल में कोई नहीं था, नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी. इसके अलावा परछोड़ सीनियर सेकेंडरी स्कूल की सुरक्षा दीवार गिर जाने से वहां बड़ा संकट खड़ा हो गया है. इसी तरह सुरपड़ा पंचायत में गोशाला के जमींदोज होने से 15 भेड़ बकरियां मलबे में दब गई हैं.
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