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अच्छी पहल: इस सरकारी स्कूल में बच्चे बोलते हैं फर्राटेदार अंग्रेजी, इंग्लिश में होती है मॉर्निंग असेंबली - इंग्लिश

जिला चंबा के हरदासपुरा शिक्षा खंड के अंतर्गत आने वाले राजकीय प्राथमिक पाठशाला तलाई में छात्र फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते नजर आते हैं. साथ ही यहां छात्रों की मॉर्निंग असेंबली भी अंग्रेजी में ही होती है.

प्राइमरी स्कूल तलाई में छात्र
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Published : May 27, 2019, 5:43 AM IST

Updated : May 27, 2019, 5:50 AM IST

चंबा: पिछड़ा जिला चंबा से सरकारी स्कूलों में बच्चों को मूलभूत सुविधाएं न मिलना और शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठाती हुई कई खबरें आज तक सामने आती रही हैं. इन सबके बीच चंबा में ही एक सरकारी स्कूल की अच्छी पहल न सिर्फ और स्कूलों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन रही है, साथ ही बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए ये पहल नींव के पत्थर की तरह काम कर रही है.

govt school talai's students in school speak English
प्राइमरी स्कूल तलाई में छात्र

दिल में ठान लिया जाए तो कोई भी मंजिल आसान दिखती है और असंभव भी संभव हो जाता है. ये कहावत प्राइमरी स्कूल तलाई के अध्यापक संजीव कुमार ने चरितार्थ कर दिखाया है. संजीव कुमार तलाई स्कूल में बतौर जेबीटी अध्यापक कार्यरत हैं. संजीव ने दो साल पहले तलाई प्राइमरी स्कूल ज्वाइन किया था. संजीव के साथ स्कूल में कार्यरत कांगड़ा की एक महिला टीचर के साथ मिल कर संजीव ने स्कूल में पहले बच्चों को अंग्रेजी भाषा में बात करने के लिए प्रेरित किया. अध्यापकों की पहल पर स्कूल की मॉर्निंग असेंबली अंग्रेजी में होने लगी.

तलाई स्कूल में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते छात्र

संजीव कुमार ने बताया कि आज तलाई प्राइमरी स्कूल में क्लास एक से पांच तक पढ़ने वाले बच्चे आपस में अंग्रेजी में बात करते हैं. संजीव का कहना है कि वे चाहते हैं कि सरकारी स्कूल में बच्चों को निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा मिले. उन्होंने बताया कि वर्तमान में अंग्रेजी भाषा का जानकार होना बेहद जरूरी है. किसी बड़ी कंपनी में जॉब इंटरव्यू हो या फिर किसी से बात भी करनी हो तो अंग्रेजी आना जरूरी है.

संजीव का कहना है कि स्कूली बच्चों को शुरुआत से ही अंग्रेजी से रूबरू करवाने की आवश्यकता है. निजी स्कूल के छात्रों की अपेक्षा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र कहीं न कहीं अंग्रेजी पढ़ने बोलने में हिचकिचाते हैं. वहीं, सरकारी स्कूलों में छात्रों की घटती संख्या के पीछे एक कारण ये भी है कि सरकारी स्कूलों के छात्र अंग्रेजी भाषा में अपनी पकड़ मजबूत नहीं बना पाते, जिसके चलते छात्रों को भविष्य में अंग्रेजी बोलने, लिखने और समझने में परेशानी होती है.

संजीव कुमार, जेबीटी, तलाई स्कूल

संजीव कुमार ने बताया कि वे तलाई प्राइमरी स्कूल में छात्रों को अंग्रेजी के साथ-साथ हर वो एक्टिविटी से रूबरू करवाने का प्रयास करते हैं, जिससे उनके बेहतर भविष्य में मदद मिल सके. अंग्रेजी में मॉर्निंग असेंबली के साथ ही स्कूल में छात्रों को डांस और योगा जैसी एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज भी करवाई जाती हैं, जिससे छात्रों का संपूर्ण विकास हो सके. संजीव का कहना है कि हमारा मुख्य उद्देश्य निजी स्कूलों से बेहतर सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है.

तलाई प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि हमारे स्कूल में हर सुबह मॉर्निंग असेम्बली अंग्रेजी में होती है. हमारे टीचर हमें आपस में भी अंग्रेजी में बातचीत करने के लिए प्रेरित करते हैं. वहीं, हम घर में भी अंग्रेजी बोलने का प्रयास करते हैं. छात्रों का कहना है कि निजी स्कूलों से हमारा स्कूल काफी आगे है. हम चाहते हैं कि हमारे स्कूल की तरह सभी सरकारी स्कूल भी अंग्रेजी में मॉर्निंग असेम्बली करें और अंग्रेजी भाषा को आम बोलचाल में भी इस्तेमाल करें.

पढ़ें- प्रशासन के दावों की खुली पोल: 12 घंटे तक नहीं मिली एंबुलेंस, 5 दिन के नवजात की मौत

चंबा: पिछड़ा जिला चंबा से सरकारी स्कूलों में बच्चों को मूलभूत सुविधाएं न मिलना और शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठाती हुई कई खबरें आज तक सामने आती रही हैं. इन सबके बीच चंबा में ही एक सरकारी स्कूल की अच्छी पहल न सिर्फ और स्कूलों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन रही है, साथ ही बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए ये पहल नींव के पत्थर की तरह काम कर रही है.

govt school talai's students in school speak English
प्राइमरी स्कूल तलाई में छात्र

दिल में ठान लिया जाए तो कोई भी मंजिल आसान दिखती है और असंभव भी संभव हो जाता है. ये कहावत प्राइमरी स्कूल तलाई के अध्यापक संजीव कुमार ने चरितार्थ कर दिखाया है. संजीव कुमार तलाई स्कूल में बतौर जेबीटी अध्यापक कार्यरत हैं. संजीव ने दो साल पहले तलाई प्राइमरी स्कूल ज्वाइन किया था. संजीव के साथ स्कूल में कार्यरत कांगड़ा की एक महिला टीचर के साथ मिल कर संजीव ने स्कूल में पहले बच्चों को अंग्रेजी भाषा में बात करने के लिए प्रेरित किया. अध्यापकों की पहल पर स्कूल की मॉर्निंग असेंबली अंग्रेजी में होने लगी.

तलाई स्कूल में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते छात्र

संजीव कुमार ने बताया कि आज तलाई प्राइमरी स्कूल में क्लास एक से पांच तक पढ़ने वाले बच्चे आपस में अंग्रेजी में बात करते हैं. संजीव का कहना है कि वे चाहते हैं कि सरकारी स्कूल में बच्चों को निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा मिले. उन्होंने बताया कि वर्तमान में अंग्रेजी भाषा का जानकार होना बेहद जरूरी है. किसी बड़ी कंपनी में जॉब इंटरव्यू हो या फिर किसी से बात भी करनी हो तो अंग्रेजी आना जरूरी है.

संजीव का कहना है कि स्कूली बच्चों को शुरुआत से ही अंग्रेजी से रूबरू करवाने की आवश्यकता है. निजी स्कूल के छात्रों की अपेक्षा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र कहीं न कहीं अंग्रेजी पढ़ने बोलने में हिचकिचाते हैं. वहीं, सरकारी स्कूलों में छात्रों की घटती संख्या के पीछे एक कारण ये भी है कि सरकारी स्कूलों के छात्र अंग्रेजी भाषा में अपनी पकड़ मजबूत नहीं बना पाते, जिसके चलते छात्रों को भविष्य में अंग्रेजी बोलने, लिखने और समझने में परेशानी होती है.

संजीव कुमार, जेबीटी, तलाई स्कूल

संजीव कुमार ने बताया कि वे तलाई प्राइमरी स्कूल में छात्रों को अंग्रेजी के साथ-साथ हर वो एक्टिविटी से रूबरू करवाने का प्रयास करते हैं, जिससे उनके बेहतर भविष्य में मदद मिल सके. अंग्रेजी में मॉर्निंग असेंबली के साथ ही स्कूल में छात्रों को डांस और योगा जैसी एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज भी करवाई जाती हैं, जिससे छात्रों का संपूर्ण विकास हो सके. संजीव का कहना है कि हमारा मुख्य उद्देश्य निजी स्कूलों से बेहतर सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है.

तलाई प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि हमारे स्कूल में हर सुबह मॉर्निंग असेम्बली अंग्रेजी में होती है. हमारे टीचर हमें आपस में भी अंग्रेजी में बातचीत करने के लिए प्रेरित करते हैं. वहीं, हम घर में भी अंग्रेजी बोलने का प्रयास करते हैं. छात्रों का कहना है कि निजी स्कूलों से हमारा स्कूल काफी आगे है. हम चाहते हैं कि हमारे स्कूल की तरह सभी सरकारी स्कूल भी अंग्रेजी में मॉर्निंग असेम्बली करें और अंग्रेजी भाषा को आम बोलचाल में भी इस्तेमाल करें.

पढ़ें- प्रशासन के दावों की खुली पोल: 12 घंटे तक नहीं मिली एंबुलेंस, 5 दिन के नवजात की मौत


स्पेशल रिपोर्ट

दिल में ठान लिया जाए तो कोई भी मंजिल आसान दिखती है , और उसे पाना भी संभव हो जाता हैं .जी हाँ यही कारनामा कर दिखाया है चंबा जिला के हरदासपुरा शिक्षा खंड के अंतर्गत आने वाले राजकीय प्राथमिक पाठशाला तलाई के होनहार अध्यापक संजीव कुमार ने , संजीव कुमार पेशे से जेबीटी अध्यापक हैं लेकिन सरकारी  स्कूलों में कैसे निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा दी जाए इसके लिए संजीव कुमार के प्रयास साफ दिख रहे है ,सजीब कुमार ने दो साल पहले इस स्कूल में  ज्वाइन किया था लेकिन बच्चों को आते ही अंग्रेजी में बात करना सिखाई यही नहीं इस अध्यापक ने बच्चो को मोर्निंग असेम्बली भी अंग्रेजी में करवाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया और आज बच्चे आराम से अंग्रेजी में मोर्निंग असेम्बली  करते हैं और और स्कूल के कक्षा एक से पांच तक पढने बाले बाचे आपस में अंग्रेजी में बात करते हैं ये संजीव कुमार का प्रयास ही हैं जब गाँव के इस स्कूल में बच्चों को निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा देने का कार्य कर रहे हैं ,और ये बच्चे निजी स्कूलों के बच्चों से काफी आगे बढ़ गए हैं जो बच्चे निजी स्कूलों में शिक्षा ग्रहन करते हैं उन्हें भी ये बच्चे पछाड़ रहे हैं , गाँव में बच्चों में प्रतिस्पर्धा का दौर शुरू हो चूका हैं ,ऐसा पहली बार देखा जा रहा हैं की अध्यापकों के कत्थक प्रयसों से हम आज सरकारी स्कूल में अंग्रेजी में बच्चों को बात करते सुन रहे हैं ,बच्चे अपने घरों में जाकर भी अंग्रेजी में बात करते है जिसके चलते कई बार अभिभावकों को भी परेशानी होती हैं जब बच्चे सरकारी स्कूल में निजी स्कूलों जैसी पढाई करते हैं संजीव कुमार ने सरकारी स्कूलों में इस तरह पहल  करके अन्य स्कूलों के लिए प्रेंरना देने का कार्य किया हैं ,

क्या कहते हैं स्कूली बच्चे
 वहीँ दूसरी और स्कूली छात्राओं का कहना हैं की हमारे स्कूल में हम सुबह मोर्निंग असेम्बली में हम अंग्रेजी में असबली करते है जिसे हमारे अध्यापकों ने हमें सिखाया है और हमें काफी ख़ुशी होती है हम अपने घर में भी अंग्रेजी में बात करते हैं निजी स्कूलों से हमारा स्कूल काफी आगे हैं हम चाहते है की हमारे स्कूल की तरह सभी सरकारी स्कूल भी अंग्रेजी में मोर्निंग असेम्बली और बच्चों को अंग्रेजी का अध्ययन करवाए ,

क्या कहते हैं संजीव कुमार जेबीटी अध्यापक तलाई स्कूल

वहीँ दूसरी और स्कूल के जेबीटी अध्यापक संजीव कुमार का कहना हैं की मुझे काफी ख़ुशी होती है की आज स्कूल के बच्चे अंग्रेजी में मोर्निंग असेम्बली करते है  उन्हें साफ़ बताया गया की जब भी स्कूल आओ अंग्रेजी में बात करो ,हमारा मुख्य मकसद निजी स्कूलों से बेहतर सरकारी स्कूलों में बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है इसके आलावा हम बच्चों को योगा सब सिखाते है ,

Last Updated : May 27, 2019, 5:50 AM IST
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