चंबाः प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी के बाद हालात जस के तस बने हुए हैं. कई ईलाकों में अभी तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं.
ईटीवी से बातचीत करते हुए डीसी चंबा हरिकेष मीणा ने बताया कि सड़कें, बिजली और पानी को लेकर काफी नुकसान हुआ है. मोटे तौर पर ही लागभग 50 करोड़ से अधिक का नुकसान आंका गया था. डीसी ने कहा कि वह खुद प्रभावित क्षेत्रों में थे ताकि उन्हें पता चल सके कि वहां लोग किस परेशानी से गुजर रहे हैं.
चंबा जिला के तीसा, सलूणी, पांगी, भरभौर सहित कई इलाकों में काफी संख्या में सड़कों व बिजली को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी कोशिश में जुटा है और इस बारे में हर बीडीओ व अन्य पंचायतों से भी लोगों को बिजली व्यवस्था ठीक करने के लिए कहा है, जिसमें सभी सहयोग कर रहे हैं.
बर्फबारी से सबसे अधिक नुकसान भरमौर और तीसा पांगी जैसे उपमंडलों में हुआ है. तीसा में लगभग 3500 बिजली के खंभे टूटे हुए हैं, जिन्हें रिस्टोर करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इसके अलावा राशन की सप्लाई भी जारी की गई है. करीब 2300 क्विंटल राशन सरकारी दुकानों में भेजा गया है.
वहीं बागवानों के लिए बुरी खबर यह है कि उनके सेब के बागीचों को नुकसान पुहंचा है, उसका आकलन तैयार किया गया है. बागवानों को करीब 3 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसके अलावा 90 प्रतिशत सड़कें खोल दी गई है, बाकी सड़कों को खोलने का कार्य जारी है.
डीसी चंबा ने लोगों से आग्रह किया है कि बिना वजह कोई कहीं न जाए, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो सके. उन्होंने कहा कि कई इलाकों में तीन व कई जगह पर 5 फीट से अधिक बर्फबारी होने से मुश्किलें बढ़ी हैं. डीसी चंबा ने उम्मीद जताई है कि एक सप्ताह के भीतर जिला के तमाम इलाकों में बिजली व्यवस्था पहुंचाई जाएगी.
डीसी चंबा हरिकेष मीणा ने भरमौर, तीसा जैसे कठिन उपमंडलों में खुद जाकर स्थिति का जायजा लिया. हरिकेष मीणा लोगों के बीच जा कर उनकी परेशानियों को देख रहे हैं. यही कारण है कि चंबा के यह युवा एवं तेजतर्रार डीसी लोगों के लिए मसीहा कहे जाते हैं. डीसी ने बताया कि वे सरकार से लगातार संपर्क में हैं और प्रतिदिन जिला के बारे में जानकारी ले रहे हैं.