भरमौर: जिला चंबा के उपमंडल भरमौर के गांव संचूई में एक पुराने मकान की दीवार से प्राचीन मूर्ति मिली है. यह मूर्ति कितनी पुरानी हो सकती है, अभी इस बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं है. जिस मकान की दीवार से यह मूर्ति मिली है, वह मकान करीब डेढ़ सौ साल पुराना है. वहीं, गांव के बुजुर्गों को भी इस मूर्ति के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं है. लिहाजा मकान की दीवार से मिली इस मूर्ति का रहस्य भी गहरा गया है. बहरहाल मकान मालिक ने मूर्ति को सुरक्षित जगह पर स्थापित कर दिया है और उपमंडलीय प्रशासन को भी इसकी तस्वीरें भेज दी है. स्थानीय लोगों का कहना है कि देखने में यह मूर्ती भगवान राम और माता सीता की प्रतीत होती है.
मकान ध्वस्त करते हुए मिली मूर्ति: मिली जानकारी के अनुसार संचूई गांव के शिक्षा विभाग में कार्यरत कृष्ण पखरेटिया इन दिनों अपने पुराने मकान को ध्वस्त कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि मकान को तोड़ते समय ग्राउंड फ्लोर की दीवार में उन्हें कोई वस्तु नजर आई. जिसके बाद मजदूरों की मदद से इसे निकाला और इसकी सफाई की गई, तो यह एक प्राचीन मूर्ति निकली. कृष्ण पखरेटिया ने बताया कि उन्होंने अपने बुजुर्गों से भी इस मूर्ति को लेकर पूछा, लेकिन इस बारे में उन्हें भी कोई जानकारी नहीं है.
पहले भी मिली हैं प्राचीन मूर्तियां: कृष्ण पखरेटिया ने बताया कि गांव के बीचो बीच यह उनका करीब डेढ़ सौ साल पुराना मकान है. लिहाजा मकान की दीवार में यह प्राचीन मूर्ति कैसे आई, इस बारे में किसी को भी कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं है. उन्होंने बताया कि मूर्ति की जानकारी और इसकी तस्वीरें उप मंडलीय प्रशासन को भी भेजी गई हैं. वहीं, ग्रामीणों यहां पहले भी कई बार ऐसी प्राचीन वस्तुएं मिली हैं. इससे पहले सचूंई में खेल मैदान के निर्माण कार्य के दौरान की गई खुदाई में भी शिवलिंग समेत कई प्राचीन मूर्तियां व अन्य प्राचीन वस्तुएं मिली थीं. जिन्हें ग्रामीणों ने गांव में ही स्थापित कर दिया था.
ग्रामीणों की प्रशासन से मांग: वहीं, संचूई गांव में मकान से प्राचीन मूर्ति मिलने की चर्चा पूरे उपमंडल में है. लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि प्रशासन इसे पुरातत्व विभाग के समक्ष रखे, ताकि इस मूर्ति का इतिहास और ये कितनी प्राचीन है, इसका पता लगाया जा सके. इसके साथ ही इस गांव से इस मूर्ति का क्या संबंध है, इसका भी पता लगाया जाए.
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