बिलासपुर: प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर रखा है, लेकिन इस बीच जिला बिलासपुर के स्वारघाट में एक निजी स्कूल ने सरकारी नियमों को ताक पर रखकर बच्चों को स्कूल बुला लिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया.
निजी स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा बच्चों के साथ-साथ पूरे समाज को भुगतना पड़ सकता है. बच्चों की जान के साथ हो रहे इस खिलवाड़ पर जनता प्रशासन से स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है. स्कूल स्टाफ अपनी नौकरी जाने के डर से प्रबंधन के खिलाफ नहीं बोल पा रहा, लेकिन अभिभावक स्कूल प्रशासन की मनमानी के खिलाफ खड़े हुए हैं. जिन्होंने निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने की कुछ वीडियो वायरल कर दी हैं.
स्कूल प्रबंधन पर यह भी आरोप है कि वह अभिभावकों पर बच्चों को स्कूल भेजने का दबाव बना रहा है. बताया जा रहा है कि स्कूल में 12 जून को करीब 22 बच्चे और 13 जून को 15 से 20 बच्चे स्कूल बुलाए गए थे. यहीं नहीं स्कूली बच्चों को लाने और छोड़ने के लिए स्कूल बस को भी भेजा जा रहा है.
इस मामले को लेकर डिप्टी डायरेक्टर एलीमेंट्री एजुकेशन बिलासपुर सुदर्शन कुमार ने कहा कि अगर स्कूल प्रबंधन पर सभी आरोप सही पाए जाते हैं तो स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम ने बताया कि फिलहाल अभी तक उनके पास इस संबंध में कोई शिकायत नहीं आई है.
गौरतलब है कि बीते दिनों प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा था कि प्रदेश सरकार बच्चों की जिंदगी के साथ कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती है. हिमाचल प्रदेश में शैक्षणिक संस्थान कब खुलेंगे इस पर जुलाई महीने में विचार किया जाएगा.
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