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Bilaspur Ragging Case: रैगिंग से तंग आकर नर्सिंग छात्रा ने की आत्महत्या की कोशिश, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

बिलासपुर में नर्सिंग कॉलेज छात्रा से रैगिंग का मामला सामने आया. मामले में रैगिंग से तंग आकर छात्रा ने सुसाइड करने की कोशिश की. हालांकि, अन्य छात्राओं ने उसे समय से अस्पताल में भर्ती करवा दिया, जिससे उसकी जान बच गई. मामले में पीड़िता की शिकायत पर पुलिस जांच कर रही है. (Bilaspur Ragging Case) (student attempted suicide in Bilaspur)

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बिलासपुर रैगिंग मामले में एसपी का बयान
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Published : Aug 11, 2023, 4:25 PM IST

Updated : Aug 11, 2023, 5:30 PM IST

बिलासपुर रैगिंग मामले में एसपी का बयान

बिलासपुर: जिला अस्पताल बिलासपुर स्थित सरकारी नर्सिंग काॅलेज में रैंगिंग से परेशान एक छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया. छात्रा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल बिलासपुर में भर्ती करवाया गया है. जहां डॉक्टरों ने छात्रा को खतरे से बाहर बताया है, लेकिन घटना ने सरकारी नर्सिंग काॅलेज बिलासपुर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. वहीं, मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर लिया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में जेएनएम कर रही छात्रा ने कुछ दिन पहले रैगिंग को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी, जिलमें उसने बताया कि कॉलेज की तीन सीनियर छात्रा उसे लंबे समय से परेशान कर रही है. सीनियर छात्रा कभी उसे देर रात पानी लेकर आने को कहते हैं, कभी उसे मेस से खाना लेकर आने को कहते हैं. इतना ही नहीं पीड़ित छात्रा को मार्केट से जबरन सामान लाने को भी भेजते थे. जिसका कई बार छात्रा ने विरोध किया, लेकिन यह समस्या हल नहीं हो रही थी.

पीड़ित छात्रा ने कहा उसने इसकी शिकायत अपनी टीचर से भी की, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. पीड़िता का आरोप है कि उल्टा टीचर ने उसे कहा यह तो छोटी सी बातें हैं, इसे रैगिंग नहीं कहते हैं. ऐसे में परेशान छात्रा ने इस बारे में अपने परिजनों को बताया. जिसके बाद परिजनों ने 8 अगस्त को बिलासपुर सीएमओ डाॅ. प्रवीण कुमार को शिकायत पत्र दिया, लेकिन हैरान करने की बात यह है कि शिकायत पत्र देने के बावजूद भी इसको कोई हल नहीं निकाला गया और न ही सीएमओ ने कोई कार्रवाई अमल में लाई.

ऐसे में परेशान छात्रा ने बीते वीरवार की रात आत्महत्या करने की कोशिश की, गनीमत रही कि अन्य छात्राओं ने वक्त रहते उसे जिला अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, जिससे उसकी जान बच गई. ऐसे में सवाल यह है कि जब सीएमओ को शिकायत पत्र सौंपा गया था तो क्यों मामले में एक्शन क्यों नहीं लिया गया? दूसरी ओर इसकी जानकारी संबंधित टीचर को भी दी गई थी तो, टीचर ने क्यों नहीं कोई कार्रवाई की? अब देखना होगा कि मामले पर स्वास्थ्य विभाग क्या एक्शन लेता है.

मामले में बिलासपुर सीएमओ डाॅ. प्रवीण कुमार से बात की गई तो, उन्होंने कहा मामला उनके संज्ञाम में है. विभाग द्वारा सारी जांच करवाई जा रही है. जांच में जो भी आरोपी पाया जाता है, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लायी जाएगी. वहीं, बिलासपुर पुलिस अधीक्षक डाॅ. गोकुल कार्तिकेयन चंद्र ने कहा पुलिस को शिकायत मिली हुई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश: 2 सगे भाइयों को उन्हीं के दोस्तों ने उतारा मौत के घाट, सोलन जिले के नालागढ़ का मामला

बिलासपुर रैगिंग मामले में एसपी का बयान

बिलासपुर: जिला अस्पताल बिलासपुर स्थित सरकारी नर्सिंग काॅलेज में रैंगिंग से परेशान एक छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया. छात्रा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल बिलासपुर में भर्ती करवाया गया है. जहां डॉक्टरों ने छात्रा को खतरे से बाहर बताया है, लेकिन घटना ने सरकारी नर्सिंग काॅलेज बिलासपुर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. वहीं, मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर लिया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में जेएनएम कर रही छात्रा ने कुछ दिन पहले रैगिंग को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी, जिलमें उसने बताया कि कॉलेज की तीन सीनियर छात्रा उसे लंबे समय से परेशान कर रही है. सीनियर छात्रा कभी उसे देर रात पानी लेकर आने को कहते हैं, कभी उसे मेस से खाना लेकर आने को कहते हैं. इतना ही नहीं पीड़ित छात्रा को मार्केट से जबरन सामान लाने को भी भेजते थे. जिसका कई बार छात्रा ने विरोध किया, लेकिन यह समस्या हल नहीं हो रही थी.

पीड़ित छात्रा ने कहा उसने इसकी शिकायत अपनी टीचर से भी की, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. पीड़िता का आरोप है कि उल्टा टीचर ने उसे कहा यह तो छोटी सी बातें हैं, इसे रैगिंग नहीं कहते हैं. ऐसे में परेशान छात्रा ने इस बारे में अपने परिजनों को बताया. जिसके बाद परिजनों ने 8 अगस्त को बिलासपुर सीएमओ डाॅ. प्रवीण कुमार को शिकायत पत्र दिया, लेकिन हैरान करने की बात यह है कि शिकायत पत्र देने के बावजूद भी इसको कोई हल नहीं निकाला गया और न ही सीएमओ ने कोई कार्रवाई अमल में लाई.

ऐसे में परेशान छात्रा ने बीते वीरवार की रात आत्महत्या करने की कोशिश की, गनीमत रही कि अन्य छात्राओं ने वक्त रहते उसे जिला अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, जिससे उसकी जान बच गई. ऐसे में सवाल यह है कि जब सीएमओ को शिकायत पत्र सौंपा गया था तो क्यों मामले में एक्शन क्यों नहीं लिया गया? दूसरी ओर इसकी जानकारी संबंधित टीचर को भी दी गई थी तो, टीचर ने क्यों नहीं कोई कार्रवाई की? अब देखना होगा कि मामले पर स्वास्थ्य विभाग क्या एक्शन लेता है.

मामले में बिलासपुर सीएमओ डाॅ. प्रवीण कुमार से बात की गई तो, उन्होंने कहा मामला उनके संज्ञाम में है. विभाग द्वारा सारी जांच करवाई जा रही है. जांच में जो भी आरोपी पाया जाता है, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लायी जाएगी. वहीं, बिलासपुर पुलिस अधीक्षक डाॅ. गोकुल कार्तिकेयन चंद्र ने कहा पुलिस को शिकायत मिली हुई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.

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Last Updated : Aug 11, 2023, 5:30 PM IST
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