बिलासपुर: सरकार की अनदेखी से आहत होकर खाना-पीना छोड़ने वाले कुठेड़ा के 93 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम से मिलने को प्रशासन उनके घर पहुंचा. कार्यकारी उपायुक्त विनय धीमान, एसपी साक्षी वर्मा व एसडीएम घुमारवीं शशिपाल शर्मा ने स्वतंत्रता सेनानी के घर पर पहुंचकर उनकी व्यथा को सुना.
उनसे सारा हाल जानने के बाद प्रशासन की ओर से स्वतंत्रता दिवस पर बिलासपुर में उन्हें सम्मानित करने का आश्वासन दिया. प्रशासनिक अधिकारियों के घर-द्वार पहुंचने के बाद स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम ने भी खाना-पीना शुरू करने की हामी भर दी.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली में सम्मानित न होने से कुठेड़ा के 93 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी आहत थे. स्वतंत्रत्ता सेनानी डंडू राम ने सरकार पर उनकी अनदेखी कर अपमान करने का आरोप लगाया था. इसके लिए उन्होंने बिलासपुर में पत्रकार वार्ता के दौरान अपनी पीड़ा साझा की थी. उन्होंने बताया कि गत 9 अगस्त को राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित करने के लिए उन्हें जिला प्रशासन से निमंत्रण पत्र प्राप्त हुआ मिला था, लेकिन दिल्ली पहुंचने पर राजभवन के अधिकारियों ने यह कह कर निराश किया कि शिमला से उन्हें सम्मानित करने का स्वीकृति पत्र जारी नहीं हुआ है. इस कारण आप सम्मान समारोह में भी शामिल नहीं हो सकते हैं. इस पूरे घटनाक्रम के बाद वे काफी आहत थे.
मीडिया के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद बिलासपुर प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वतंत्रता सेनानी के घर पर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दी और स्वतंत्रता दिवस पर उनका सम्मान करने की बात भी कही, जिसके बाद स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम ने खाने-पीने के लिए भी हामी भर दी है.
बिलासपुर अतिरिक्त उपायुक्त विनय धीमान ने बताया की मुख्यमंत्री के आदेशों पर हम उनके घर गए थे. उनके परिजनों के साथ गलतफहमी के चलते ये सब हुआ था और वो मान भी गए है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को भी भेज दी है.