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पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के गोद लिए गांव में आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तहत बड़ा 'फर्जीवाड़ा'

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Published : Jul 31, 2019, 4:54 PM IST

Updated : Jul 31, 2019, 5:13 PM IST

ग्रामीणों का आरोप है कि काफी बार बिलासपुर अस्पताल के सीएमओ और सदर विधायक को भी इसके बारे में अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन फिर भी कोई कारवाई नहीं हो पाई है और ग्रामीणों के साथ काफी धोखाधड़ी हो रही है.

आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तहत बड़ा 'फर्जीवाड़ा'

बिलासपुर: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के गोद लिए गांव में 1 वर्ष से ज्यादा समय हो जाने पर भी आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तेहत आज तक कार्ड नहीं बन पाए हैं. लोगों ने बताया कि कार्ड बनाने के लिए हर परिवार के सदस्यों से 400 रुपये लिए गए थे और कुछ परिवारों से 800 रुपये लिए गए थे. लोगों ने बताया कि जिस कंपनी को विभाग ने कार्ड बनाने के आदेश दिए थे उस कंपनी से ग्रामीणों को आज तक कोई कार्य नहीं मिल पाया है.

आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तहत बड़ा 'फर्जीवाड़ा'

ग्रामीणों का आरोप है कि बिलासपुर अस्पताल के सीएमओ और सदर विधायक को भी इसके बारे में काफी बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. अब सवाल ये उठता है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा गोद लिए गांव का ये हाल है तो और जगह का क्या हाल होगा. प्रशासन को ग्रामीणों द्वारा बार-बार मामले से अवगत करवाने के बावजूद कम्पनी का पता तक नहीं किया गया और न ही कोई कार्रवाई की गई है. जिससे पता चलता है कि प्रशासन भी कंपनी के साथ मिली भगत कर रहा है.

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि लाखों रुपये इकट्ठा करके कम्पनी का कोई पता नहीं है. न ही प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई हो पाई है. उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है.

ये भी पढ़ें- इस ऐप से पेरेंट्स को घर बैठे मिलेगी बच्चों की एक्टिविटी रिपोर्ट, CM जयराम ने किया शुभारंभ

बिलासपुर: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के गोद लिए गांव में 1 वर्ष से ज्यादा समय हो जाने पर भी आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तेहत आज तक कार्ड नहीं बन पाए हैं. लोगों ने बताया कि कार्ड बनाने के लिए हर परिवार के सदस्यों से 400 रुपये लिए गए थे और कुछ परिवारों से 800 रुपये लिए गए थे. लोगों ने बताया कि जिस कंपनी को विभाग ने कार्ड बनाने के आदेश दिए थे उस कंपनी से ग्रामीणों को आज तक कोई कार्य नहीं मिल पाया है.

आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तहत बड़ा 'फर्जीवाड़ा'

ग्रामीणों का आरोप है कि बिलासपुर अस्पताल के सीएमओ और सदर विधायक को भी इसके बारे में काफी बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. अब सवाल ये उठता है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा गोद लिए गांव का ये हाल है तो और जगह का क्या हाल होगा. प्रशासन को ग्रामीणों द्वारा बार-बार मामले से अवगत करवाने के बावजूद कम्पनी का पता तक नहीं किया गया और न ही कोई कार्रवाई की गई है. जिससे पता चलता है कि प्रशासन भी कंपनी के साथ मिली भगत कर रहा है.

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि लाखों रुपये इकट्ठा करके कम्पनी का कोई पता नहीं है. न ही प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई हो पाई है. उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है.

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Intro:स्लग । बिलासपुर ज़िला के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के गोद लिए गावँ मैं 1वर्ष से ज्येदा समय हो जाने पर भी आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तेहत आज तक कार्ड नही बन पाए है लोगों ने बताया कि उन्होंने कार्ड बनाने के लिए हर परिवार के सदस्यों से 400 रुपये लिए थे तथा कु छ परिवारों से 800 रुपये लिए गए थे लोगों ने बताया कि जिस कंपनी को विभाग ने कार्डBody:Byte vishulConclusion:स्लग । बिलासपुर ज़िला के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के गोद लिए गावँ मैं 1वर्ष से ज्येदा समय हो जाने पर भी आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड स्कीम के तेहत आज तक कार्ड नही बन पाए है लोगों ने बताया कि उन्होंने कार्ड बनाने के लिए हर परिवार के सदस्यों से 400 रुपये लिए थे तथा कु छ परिवारों से 800 रुपये लिए गए थे लोगों ने बताया कि जिस कंपनी को विभाग ने कार्ड बनाने के आदेश दिए थे वो कंपनी आज तक कोई भी स्वास्थ्य कार्ड नही दे पाए है जिससे जेपी नड्डा द्वारा लिया गया गोद गावँ देयोली के ग्रामीणों से अनदेखी की जा रही है और ग्रामीणों के साथ धोखाधड़ किया जा रहा है ग्रामीणों का आरोप है कि काफी बार बिलासपुर अस्पताल के सी एम ओ तथा सदर विधायक को भी इसके बारे मे अवगत करवाया जा चुका है लेकिन फिर भी कोई कारवाई नही हो पाई है और ग्रामीणों के साथ काफी धोखाधड़ी हो रही है अब सवाल ये उठता है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा द्वारा गोद लिए गावँ का ये हाल है तो ओर जगह क्या हाल होगा प्रशासन को ग्रामीणों के बार बार अवगत करवाने के बाबजूद कम्पनी का पता तक नही किया गया न ही कोई कारवाई की गई है जिससे पत्ता चलता है कि प्रशासन भी कंपनी के साथ मिली भगत कर रहा है ग्रामीणों ने आरोप लगा है कि लाखों रुपये इकट्ठा करके कम्पनी का कोई पता नही है ना ही प्रशासन की ओर से कोई कारवाई हो पाई है उन्होंने प्रदेश सरकार व ज़िला प्रशासन से कारवाई की मांग की है कि जल्द ही उस कंपनी के खिलाफ कार्रवई की जाये और ग्रामीणों की स्वास्थ्य कार्ड बनाकर दिए जाएं या पैसे बापिश किये जायें



बाइट ग्रामीण पवन कुमार

बाइट ग्रामीण संजय कुमार
Last Updated : Jul 31, 2019, 5:13 PM IST
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