बिलासपुर: बाल विकास अधिकारी बिलासपुर नीलम टाडू ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान बिलासपुर सदर क्षेत्र में घरेलू हिंसा के ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. महिला एवं बाल कल्याण विभाग के पास 3 महीने के भीतर 40 मामले सामने आए हैं. इनमें से विभाग ने 30 मामलों को सुलझा दिया है. साथ ही विभाग 10 मामले कोर्ट में भेजे जाने की तैयारी की जा रही है.
विभाग का कहना है कि ज्यादातर मामले बिलासपुर शहर के हैं, जिसका विभाग ने सारे रिकॉर्ड के साथ आंकड़ा तैयार किया है. घर बैठे पुरुष तनाव में अपनी भड़ास महिलाओं पर निकाल रहे हैं. इसलिए ऐसी शिकायतें ज्यादा आ रही हैं. लॉकडाउन की वजह से इस वक्त घरेलू हिंसा की बहुत सी शिकायतें विभाग के पास पहुंच रहीं हैं. कई महिलाएं पुलिस के पास नहीं जाना चाहती. इन महिलाओं को पति के पुलिस स्टेशन से बाहर आने पर फिर से टॉर्चर होने का डर होता है. इस समय वह अपने माता-पिता के घर भी नहीं जा सकती हैं. ऐसे में ज्यादातर शिकायतें विभाग के पास पहुंच रही है.
गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग में एक ऐसा विंग भी होता है जो घरेलू हिंसा के मामलों की सारी रिपोर्ट तैयार करता है. इसमें विभाग में एक काउसलिंग सेल भी होता है. यह काउसलिंग सेल महिला और उनके परिवार की काउंसलिंग करता है और इन मामलों को सुलझाता है. इस दौरान मामला न सुलझने पर पुलिस या कोर्ट में यह मामले भेज दिए जाते हैं.
उधर, बिलासपुर बाल विकास अधिकारी नीलम टाडू ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामले बड़े हैं. विभाग इन मामलों को सुलझाने में लगा हुआ है.
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