बिलासपुर: कोरोना ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का ड्रीम प्रोजेक्ट एम्स का कार्य रूकवाया दिया. एम्स निर्माणकार्य में लगे मजदूर प्रतिदिन कोरोना पाॅजिटिव आ रहे हैं. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत प्रभाव से यहां पर काम बंद कराकर इलाके को सील कर दिया गया है. यहां पर सभी कोरोना पाॅजिटिव मामले बाहरी राज्यों से आए मजदूर जिनको स्वास्थ्य विभाग की ओर से एम्स एरिया में क्वारंटाइन किया गया था, जिसके बाद संदिग्धता के आधार पर इनके सैंपल लिए गए हैं उनमें कुछ मजदूर पाॅजिटिव आ रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एम्स निर्माणकार्य में 33 मजदूर कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं. साथ ही बंदलाधार में बन रहे हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में भी 2 मजदूर कोरोना पाॅजिटिव मिले. वहीं, जिले से संबंध रखने वाले 10 लोग कोरोना पाॅजिटिव है. कुल मिलाकर अभी जिले में 45 कोरोना एक्टिव मामले हैं. जिनका इलाज कोविड अस्पताल चांदपुर में चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया एम्स निर्माण कार्य स्थान कोठीपुरा को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया. वहीं, यहां पर मजदूर सारे बिहार के बताए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने एम्स निर्माण कार्य कोठीपुरा और हाइड्रो इंजीनियरिंग एरिया बदंलाधार में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान भी शुरू किया. यहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर-टू-डोर जाकर यहां पर लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रही है. अगर कोई भी व्यक्ति संदिग्ध मिल रहा है, तो संदिग्धता के आधार पर कोविड सैंपल लिया जा रहा .जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. परविंद्र सिंह ने बताया कि जिले में अधिकतर कोरोना के पाॅजिटिव मामले एम्स निर्माणकार्य में लगे मजदूरों के सामने आए. एम्स निर्माणकार्य एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया.
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