बिलासपुर: पीओ सेल बिलासपुर की टीम ने दहेज उत्पीड़न और मारपीट मामले में दो उदघोषित अपराधियों को नयना देवी से दर-दबोचने में सफलता हासिल की है. राम कृष्ण व मदन लाल निवासी भटेड़ गांव तहसील नयना देवी पर दहेज उत्पीड़न और मारपीट का कोर्ट में मामला चला था, जिसमें दोनों दोषी पाए गए थे.
वहीं, अदालत ने कई बार आरोपियों को समन, वॉरंट व नोटिस जारी किए, लेकिन वे किसी भी पेशी में अदालत में हाजिर नहीं हुए, जिसके बाद न्यायालय ने उन्हें उदघोषित अपराधी घोषित कर दिया था.
जानकारी के अनुसार सलोचना देवी पत्नी राम कृष्ण निवासी भटेड़ गांव जिला बिलासपुर ने सितंबर 2009 में पुलिस थाना कोट में शिकायत दी थी कि उसकी शादी हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी. शादी के दो-तीन साल बाद उसका पति राम कृष्ण उससे मारपीट करने लगा और दहेज लाने के लिए बाध्य करने लगा. ऐसा न करने पर तलाक की धमकी देकर डराता था. इस बारे में सलोचना देवी व रामकृष्ण के कई बार खानगी पंचायत में समझौते हुए, लेकिन फिर भी वो बाज नहीं आया.
सलोचना देवी ने बताया था कि 1 सितंबर 2009 को जब उसका भाई उसके घर भटेड़ आने पर मदन लाल व राम कृष्ण ने उसे कमरे में बंद कर उसके साथ मारपीट की. साथ ही गाली-गलौज के साथ-साथ दोबारा यहां आने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद सलोचना देवी ने पुलिस थाना कोट में शिकायत दी थी, जिसमें पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
न्यायालय नें कई बार आरोपियों को समन, वारंट व नोटिस जारी किए, लेकिन वे किसी भी पेशी में अदालत में हाजिर नहीं हुए थे. इसके बाद न्यायालय ने 5 दिसंबर 2017 को उन्हें उदघोषित अपराधी घोषित कर दिया था और यह मामला पीओ सेल बिलासपुर को सौंपा गया था.
इसके बाद पीओ सेल बिलासपुर की टीम ने उसकी तलाश शरू कर दी और पंजाब के नंगल, कीरतपुर, भाखड़ा व नयना देवी समेत अन्य क्षेत्रों में दबिश दी. 12 फरवरी को दोनों आरोपियों को नयना देवी से गिरफ्तार कर लिया और उन्हें आगामी कार्रवाई के लिए पुलिस थाना कोट के हवाले कर दिया है. मामले की पुष्टि डीएसपी नयना देवी संजय शर्मा ने की है.
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