बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बिलासपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी में जो नेता बगावत कर रहे उन्हें मनाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने इस बात को माना की बगावत होने पर नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि टिकट एक ही व्यक्ति को मिलता है. जिससे अन्य नेताओं में मतभेद हो जाते हैं, लेकिन पार्टी के लोगों को मनाया जाएगा और एक होकर पार्टी को जीताया जाएगा.
मिशन रिपीट सबसे अहम: उन्होंने कहा कि नाराजगी अपनी जगह है, लेकिन अभी नेताओं को मनाकर भाजपा सरकार का मिशन रिपीट करवाना सबसे अहम है. उन्होंने कहा कि बेशक पार्टी से नाराज नेता अगर आजाद उम्मीदवार के तौर पर सामने आते हैं तो पार्टी को नुकसान होता है, लेकिन मतदाता समझदार है, वह हमेशा राष्ट्रीय पार्टी व भाजपा सरकार के साथ चलेगा, इसमें कोई दो राय नहीं है. (Himachal Assembly Election 2022) (Anurag Thakur on Bilaspur Tour)
कांग्रेस ने विकास कार्यों को रोका: अनुराग ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर में जल, नभ और वायु के जो भी खेल खेले जाते हैं वह भाजपा सरकार की देन है. कांग्रेस ने यहां पर अधिकतर विकास कार्यों को रोकने का प्रयास किया है, लेकिन भाजपा ने 5 सालों में बिलासपुर में अथाह विकास करवाया है. बिलासपुर में एम्स की बात हो या फिर हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज या फिर जलमग्न मंदिरों के लिए प्रोजेक्ट यह सभी भाजपा की देन है.
कल नाम वापसी का अंतिम दिन : बता दें कि आज और कल बागियों को मनाने का अंतिम दिन रहेगा. इसलिए भाजपा-कांग्रेस के बड़े नेता डैमेज कंट्रोल करने में लगे हुए हैं. 29 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिया जा सकेगा. उसके बाद चुनाव चिन्ह आवंटित करने की प्रकिया शुरू होगी और साथ ही चुनाव प्रचार रफ्तार पकड़ेगा. जानकारी के मुताबिक हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए कुल 775 नामांकन पत्र दाखिल किए गए और 45 रद्द हो गए. (BJP Convincing Rebel leaders in Himachal) (Anurag Thakur Convincing Rebel leaders in Bilaspur)
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