बिलासपुर: जिला के कोठीपुरा में ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) का निर्माण कार्य कर रही कंपनी एनबीसीसी के उप महाप्रबंधक एसबी सिंह ने बताया कि 247 एकड़ की भूमि पर एम्स बनाया जा रहा है. यहां इतनी जमीन उपलब्ध हैं कि एक और एम्स यहां पर बनाया जा सकता है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एम्स साइट का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू करवाया था. इस प्रोजेक्ट का एनबीसीसी की ओर से निष्पादन किया जा रहा है. जून, 2021 तक मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
गौर हो कि संस्थान में 750 बिस्तरों की क्षमता होगी, जिसमें से 300 बिस्तर सुपर स्पेशलिटी के लिए होंगे. इसमें एमबीबीएस की 100 सीटें और नर्सिंग की 60 सीटें होगी. कुछ समय पहले जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री ने निर्माता कंपनी एनबीसीसी प्रबंधन से क्वालिटी और प्रगति पर एक प्रेजेंटेशन ली थी.
वहीं, एम्स का ओपीडी ब्लॉक लगभग बनकर तैयार हो गया है. जनवरी माह में ओपीडी शुरू कर दी जाएंगी और जुलाई माह में मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कक्षाएं भी शुरू करने की योजना बनाई जा रही है.
एम्स में मिलेगी ये सुविधाए:
डिजाइन के हिसाब से एम्स में 750 बैड की क्षमता होगी. 300 बैड सुपर स्पेशियलिटी, 320 बैड जनरल स्पेशियलिटी, 30 बैड आयुष, 15 ऑपरेशन थियेटर, 50 बैड आईसीयू, 50 बैड इमरजेंसी ट्रामा में उपलब्ध होंगे. इसके साथ ही डिपार्टमेंट ऑफ एनोटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिकल और कम्युनिटी मेडिकल की सुविधा होगी.
लाइब्रेरी, डिस्कशन हॉल, एनिमं होल्डिंग एरिया, रिसर्च कॉमन लेब्रोरेटिज, एग्जामिनेशन हॉल, एडमिनिस्ट्रेशन और कैफेटेरिया बनाए जा रहे है. एम्स में हीलिंग गार्डन, 60 छात्रों का नर्सिंग कॉलेज, 100 छात्रों का आर्युविज्ञान महाविद्यालय, 750 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता वाला सभागार और 160 लोगों की क्षमता वाली धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है. इस पर 1350 करोड़ की लागत खर्च की जा रही है.
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