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247 एकड़ भूमि पर बन रहा बिलासपुर का एम्स, आधुनिक तकनीक से होगा लैस

ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस आधुनिक तकनीक से लैस होगा. जून, 2021 तक मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

AIIMS of Bilaspur
247 एकड़ भूमि पर बन रहा बिलासपुर का एम्स, आधुनिक तकनीक से होगा लैस
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Published : Jan 1, 2020, 4:30 PM IST

Updated : Jan 1, 2020, 5:39 PM IST

बिलासपुर: जिला के कोठीपुरा में ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) का निर्माण कार्य कर रही कंपनी एनबीसीसी के उप महाप्रबंधक एसबी सिंह ने बताया कि 247 एकड़ की भूमि पर एम्स बनाया जा रहा है. यहां इतनी जमीन उपलब्ध हैं कि एक और एम्स यहां पर बनाया जा सकता है.

AIIMS of Bilaspur
247 एकड़ भूमि पर बन रहा बिलासपुर का एम्स

बता दें कि लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एम्स साइट का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू करवाया था. इस प्रोजेक्ट का एनबीसीसी की ओर से निष्पादन किया जा रहा है. जून, 2021 तक मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

AIIMS of Bilaspur
एम्स अस्पताल.

गौर हो कि संस्थान में 750 बिस्तरों की क्षमता होगी, जिसमें से 300 बिस्तर सुपर स्पेशलिटी के लिए होंगे. इसमें एमबीबीएस की 100 सीटें और नर्सिंग की 60 सीटें होगी. कुछ समय पहले जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री ने निर्माता कंपनी एनबीसीसी प्रबंधन से क्वालिटी और प्रगति पर एक प्रेजेंटेशन ली थी.

वहीं, एम्स का ओपीडी ब्लॉक लगभग बनकर तैयार हो गया है. जनवरी माह में ओपीडी शुरू कर दी जाएंगी और जुलाई माह में मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कक्षाएं भी शुरू करने की योजना बनाई जा रही है.

एम्स में मिलेगी ये सुविधाए:
डिजाइन के हिसाब से एम्स में 750 बैड की क्षमता होगी. 300 बैड सुपर स्पेशियलिटी, 320 बैड जनरल स्पेशियलिटी, 30 बैड आयुष, 15 ऑपरेशन थियेटर, 50 बैड आईसीयू, 50 बैड इमरजेंसी ट्रामा में उपलब्ध होंगे. इसके साथ ही डिपार्टमेंट ऑफ एनोटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिकल और कम्युनिटी मेडिकल की सुविधा होगी.

AIIMS of Bilaspur
निर्माणाधीन एम्स अस्पताल .

लाइब्रेरी, डिस्कशन हॉल, एनिमं होल्डिंग एरिया, रिसर्च कॉमन लेब्रोरेटिज, एग्जामिनेशन हॉल, एडमिनिस्ट्रेशन और कैफेटेरिया बनाए जा रहे है. एम्स में हीलिंग गार्डन, 60 छात्रों का नर्सिंग कॉलेज, 100 छात्रों का आर्युविज्ञान महाविद्यालय, 750 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता वाला सभागार और 160 लोगों की क्षमता वाली धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है. इस पर 1350 करोड़ की लागत खर्च की जा रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

ये भी पढें: फौजी की पार्थिव देह ले जा रही एंबुलेंस खराब, इंतजार और गुहार के बाद जागे अधिकारी

बिलासपुर: जिला के कोठीपुरा में ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) का निर्माण कार्य कर रही कंपनी एनबीसीसी के उप महाप्रबंधक एसबी सिंह ने बताया कि 247 एकड़ की भूमि पर एम्स बनाया जा रहा है. यहां इतनी जमीन उपलब्ध हैं कि एक और एम्स यहां पर बनाया जा सकता है.

AIIMS of Bilaspur
247 एकड़ भूमि पर बन रहा बिलासपुर का एम्स

बता दें कि लोकसभा चुनाव के समय तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एम्स साइट का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरू करवाया था. इस प्रोजेक्ट का एनबीसीसी की ओर से निष्पादन किया जा रहा है. जून, 2021 तक मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

AIIMS of Bilaspur
एम्स अस्पताल.

गौर हो कि संस्थान में 750 बिस्तरों की क्षमता होगी, जिसमें से 300 बिस्तर सुपर स्पेशलिटी के लिए होंगे. इसमें एमबीबीएस की 100 सीटें और नर्सिंग की 60 सीटें होगी. कुछ समय पहले जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री ने निर्माता कंपनी एनबीसीसी प्रबंधन से क्वालिटी और प्रगति पर एक प्रेजेंटेशन ली थी.

वहीं, एम्स का ओपीडी ब्लॉक लगभग बनकर तैयार हो गया है. जनवरी माह में ओपीडी शुरू कर दी जाएंगी और जुलाई माह में मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कक्षाएं भी शुरू करने की योजना बनाई जा रही है.

एम्स में मिलेगी ये सुविधाए:
डिजाइन के हिसाब से एम्स में 750 बैड की क्षमता होगी. 300 बैड सुपर स्पेशियलिटी, 320 बैड जनरल स्पेशियलिटी, 30 बैड आयुष, 15 ऑपरेशन थियेटर, 50 बैड आईसीयू, 50 बैड इमरजेंसी ट्रामा में उपलब्ध होंगे. इसके साथ ही डिपार्टमेंट ऑफ एनोटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिकल और कम्युनिटी मेडिकल की सुविधा होगी.

AIIMS of Bilaspur
निर्माणाधीन एम्स अस्पताल .

लाइब्रेरी, डिस्कशन हॉल, एनिमं होल्डिंग एरिया, रिसर्च कॉमन लेब्रोरेटिज, एग्जामिनेशन हॉल, एडमिनिस्ट्रेशन और कैफेटेरिया बनाए जा रहे है. एम्स में हीलिंग गार्डन, 60 छात्रों का नर्सिंग कॉलेज, 100 छात्रों का आर्युविज्ञान महाविद्यालय, 750 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता वाला सभागार और 160 लोगों की क्षमता वाली धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है. इस पर 1350 करोड़ की लागत खर्च की जा रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

ये भी पढें: फौजी की पार्थिव देह ले जा रही एंबुलेंस खराब, इंतजार और गुहार के बाद जागे अधिकारी

Intro:-आदेश मिले तो कोठीपुरा स्थान पर एक और बना देंगे एम्स
-एनबीसीसी के विशेषज्ञों ने कहा भविष्य में नही पड़ेगी जमीन की कमी
-आधुनिक तकनीक से लैस करके बनाया गया है बिलासपुर एम्स

एक्सक्लूसिव स्टोरी...

बिलासपुर।
सरकार अगर आदेश करे तो बिलासपुर में बन रहे एम्स के स्थान पर अन्य एक और एम्स बनाया जा सकता है। भविष्य में अगर यहाँ पर अन्य और ब्लॉक व अन्य अस्पताल भी साथ मे अटैच करना होगा तो यहां पर भूमि की कमी नही पड़ेगी। यहां पर बन रहा एम्स पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से लैस है। यह बात एम्स बना रही कंपनी के एनबीसीसी के उप महाप्रबधक एसबी सिंह ने कही। उन्होंने बताया कि यहां पर 247 एकड़ की भूमि पर एम्स बनाया जा रहा है। केंद्र के मानकों को यह एम्स पूरा कर रहा है।


Body:उलेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के वक्त केंद्रीय मंत्री रहते हुए जेपी नड्डा व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एम्स साइट का भूमि पूजन कर कार्य शुरू करवाया था। इस प्रोजेक्ट को एनबीसीसी द्वारा निष्पादन किया जा रहा है। जून, 2021 तक मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के साथ कार्यत्मक करने का लक्षय है। संस्थान में 750 बिस्तरों की क्षमता होगी, जिसमे से 300 बिस्तर सुपरस्पेशलिटी के लिए होंगे। इसमें एमबीबीएस की 100 सीटें तथा नर्सिंग की 60 सीटें होगी। कुछ समय पहले बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री के साथ एम्स के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था और भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से आए अधिकारियों की मौजूदगी में निर्माता कंपनी एनबीसीसी प्रबंधन से क्वालिटी और प्रगति पर एक प्रेजेंटेशन ली थी, जिसके तहत क्वालिटी व प्रगति संतोषजनक पाई गई थी। ताजा स्थिति में ओपीडी ब्लॉक लगभग बनकर तैयार हो गया है। अगले जनवरी 2020 में ओपीडी शुरू कर दी जाएगी और जुलाई माह में मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कक्षाएं शुरू करने की योजना है। इसके तहत पचास सीटों का पहला बैच बिठाया जाएगा।


Conclusion:ये सुविधाए मिलेगी एम्स में
बॉक्स...
डिजाइन के हिसाब से एम्स में 750 बैड की क्षमता होगी। 300 बैड सुपर स्पेशयिलिटी, 320 बैड जनरल स्पेशिएलटी, 30 बैड आयुष, 15 ऑपरेशन थियेटर, 50 बैड आईसीयू, 50 बैड इमरजेंसी ट्रामा में उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही डिपार्टमेंट ऑफ एनोटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, फोरेंसिक मेडिकल और कम्युनिटी मेडिकल होंगे। जबकि लाइब्रेरी, डिस्कशन हॉल, एनिमं होल्डिंग एरिया, रिसर्च कॉमन लेब्रोरेटिज, एग्जामिनेशन हॉल, एडमिनिस्ट्रेशन और केफेटिरिया इत्यादि बनाए जा रहे है। यही नही, एम्स में हीलिंग गार्डन, 60 छात्रों का नर्सिंग कॉलेज, 100 छात्रों का आयुविज्ञान महाविद्यालय, 750 लोगो के एक साथ बैठने की क्षमता वाला सभागार और 160 लोगो की क्षमता वाली धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है। इस पर 1350 करोड़ की लागत खर्च की जा रही है।
Last Updated : Jan 1, 2020, 5:39 PM IST
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