नई दिल्ली : अफगानिस्तान में सुरक्षा की 'खतरनाक' स्थिति के मद्देनजर भारत ने शनिवार को अफगानिस्तान में अपने नागरिकों को अत्यधिक सतर्कता और सावधानी बरतने को कहा और साथ में आगह किया कि भारतीयों को 'अगवा किए जाने का गंभीर खतरा' है.
एक नए परामर्श में, भारतीय दूतावास ने कहा कि अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों ने नागरिकों को निशाना बनाने सहित हिंसक गतिविधियों को बढ़ा दिया है और भारतीयों को मुख्य शहरों से बाहर यात्रा नहीं करनी चाहिए. उसमें कहा गया है कि नए परामर्श 29 जून को जारी परामर्श में कही गई बातों को दोहराता है जो सभी के लिए मान्य हैं.
दूतावास ने अफगानिस्तान की यात्रा पर जाने वाले भारतीय मीडिया कर्मियों को जोखिम के बेहतर आकलन के लिए उसके साथ संपर्क स्थापित करने की सलाह दी है और इसके लिए 'हालिया दुखद घटनाओं' का हवाला दिया है. इसका संदर्भ 16 जुलाई को कंधार में भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या से है.
उसने कहा, 'अफगानिस्तान के कई प्रांतों में सुरक्षा की स्थिति खतरनाक बनी हुई है. अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों ने नागरिकों को निशाना बनाने सहित हिंसक गतिविधियों को बढ़ा दिया है. भारतीय नागरिक अपवाद नहीं हैं और उन्हें अगवा किए जाने का गंभीर खतरा भी है.'
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अमेरिका और उसके सहयोगी नाटो के सैनिक अफगानिस्तान से जा रहे हैं जिसके बाद देश में आतंकी गतिविधियों में वृद्धि हुई है. इस बीच भारत का नया परामर्श आया है. अमेरिका की योजना अफगानिस्तान से 31 अगस्त तक अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने की है और इस तरह से देश में उसकी करीब दो दशक की सैन्य मौजूदगी खत्म हो जाएगी.
परामर्श में दूतावास ने अफगानिस्तान में आने, रहने और काम करने वाले सभी भारतीयों को अपनी सुरक्षा के संबंध में 'अत्यंत सतर्कता और सावधानी' बरतने के लिए कहा और खासकर किसी भी गैर-जरूरी यात्रा नहीं करने की अपील की है. दूतावास ने भारतीयों से भीड़-भाड़ वाले बाजारों, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मंडियों, रेस्तरां और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने के लिए भी कहा है .
उसने कहा, 'आवाजाही से बचा जाए, खासकर, व्यस्ततम घंटों के दौरान. सड़कों पर चलते समय संभावित लक्ष्यों से दूरी बनाए रखें जैसे सैन्य काफिले, मंत्रालयों/सरकारी कार्यालयों की गाड़ियों, उच्च पदस्थ अधिकारियों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के वाहन से.' दूतावास ने कहा कि सभी जरूरी आवागमन को यथासंभव राज रखा जाए. उसने कहा कि मुख्य शहरों के बाहर यात्रा करने से सख्ती से बचा जाए. साथ में अफगानिस्तान आने वाले सभी भारतीयों से अपना पंजीकरण दूतावास या महावाणिज्य दूतावास में कराने को भी कहा गया है.
दूतावास ने अफगानिस्तान में कार्यरत भारतीय कंपनियों को परियोजना स्थलों पर तैनात भारतीय कर्मचारियों के संबंध में एक बार फिर विशेष सुरक्षा व्यवस्था करने की सलाह दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और समृद्ध भविष्य की आकांक्षाओं को साकार करने में सरकार और अफगानिस्तान के लोगों का समर्थन करता है जो सभी वर्गों के हितों की रक्षा करे. भारत अफगानिस्तान की शांति और स्थिरता में एक प्रमुख हितधारक रहा है. भारत पहले ही देश में सहायता और पुनर्निर्माण गतिविधियों में लगभग तीन अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश कर चुका है.
(पीटीआई-भाषा)