ऊना: जिला ऊना मुख्यालय के साथ लगते मलाहत में बनने वाले एक टैंक का टेंडर रद्द होने व ऊना विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पानी की किल्लत को लेकर ऊना के कांग्रेस विधायक का गुस्सा फुट पड़ा है. सोमवार को कांग्रेस विधायक सतपाल सिंह रायजादा जल शक्ति कार्यालय ऊना (Jal Shakti Office Una) पहुंचे, जहां एक्सियन नरेश धीमान का घेराव (MLA Satpal Singh Raizada) करते हुए टेंडर रद्द करने का कारण पूछा. इसके साथ ही बार-बार शिकायत करने के बावजूद क्षेत्र में पानी न आने का मुद्दा भी उठाया. करीब 45 मिनट हुए हंगामे के दौरान जमकर बहस हुई.
विधायक ने एक्सियन पर कांग्रेस की अनदेखी कर भाजपा ठेकेदारों को काम देने का आरोप लगाया. साथ ही पूरे मामले को कोर्ट और विधानसभा में ले जाने की बात कही. बता दें कि मलाहत में एक टैंक को लेकर कुछ दिन पहले टेंडर हुए थे, लेकिन अब बिना किसी कारण टेंडर रद्द कर दिया गया. जिसको लेकर सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा सोमवार को जल शक्ति विभाग के कार्यालय पहुंच गए, जहां पर एक्सियन पर भाजपा ठेकेदारों को काम देने का आरोप लगाते हुए टेंडर रद्द करने के कारण पूछे. विधायक ने कहा कि पिछले काफी समय से (MLA Satpal Singh Raizada)अधिकारी सत्ता के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं. टेंडर होने से पहले ही काम शुरू हो जाता है. विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि जब से भाजपा सरकार आई, तब से बिना टेंडरिंग के ही चेहतों को काम दिया जा रहा है. अब तो अधिकारियों के ऊपर दबाव डालकर टेंडर को रद्द कर चेहतों को काम दिलवाने की नई प्रथा शुरू कर दी गई है.
हंगामे में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने विधायक को दे डाली नसीहत: टेंडर रद्द होने व पानी की किल्लत को लेकर जल शक्ति विभाग के कार्यालय में विधायक सतपाल सिंह रायजादा व विभागीय अधिकारियों के बीच बहस हो रही थी, तो इसी बीच कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और ठेकेदार ओपी धीमान ने विधायक सतपाल रायजादा को धीमी आवाज में बोलने की बात कह डाली. यहां तक कांग्रेसी नेता ने विधायक के अधिकारीयों के साथ रवैये पर भी सवाल दागने शुरू कर दिए. इसी बीच मौके पर मौजूद जिला कांग्रेस कमेटी ऊना के महासचिव वरूण पुरी व वरिष्ठ नेता में भी जमकर बहस हो गई. टेंडर रद्द व पानी की किल्लत की समस्या छोड़ दोनों कांग्रेस राजनीति की किश्ती पर सवार हो गए और वोटों की राजनीति करने लग गए. करीब तीन से चार बार सदर विधायक सतपाल सिंह रायजादा व एक्सियन के बोलने के बाद मामला शांत हो पाया.
क्या बोले सतपाल सिंह रायजादा: वहीं, इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि जलशक्ति विभाग में कांग्रेसी ठेकेदारों के साथ भेदभाव किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि जलशक्ति विभाग में कांग्रेसी ठेकेदारों के टेंडर रद्द करके भाजपा समर्थित ठेकेदारों को दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पानी की भी काफी समस्या है, जिसको लेकर कई बार शिकायत की गई है, लेकिन अधिकारियों को जनता की समस्या से कोई लेनादेना नहीं है. विधायक ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर न केवल कोर्ट में ले जाऊगां, बल्कि विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
क्या बोले एक्सियन नरेश धीमान: वहीं, जल शक्ति विभाग के एक्सियन नरेश धीमान ने कहा कि विधायक सतपाल सिंह रायजादा को टेंडर रद्द को लेकर क्या समस्या लगी है, इसको लेकर जांच की जाएगी और पूरी रिपोर्ट बनाकर अवगत करवा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के कुछ गांवों में पानी की समस्या को लेकर भी अवगत करवाया गया है, जिसको लेकर एसडीओ से बात की गई है. जल्द ही पानी समस्या का हल भी किया जाएगा.