ऊना: टोक्यो ओलंपिक(Tokyo Olympics) में भारतीय पुरुष हॉकी टीम(Indian men's hockey team) ने ब्रॉन्ज मेडल(bronze medal) जीत कर इतिहास रच दिया है. भारतीय पुरुष हॉकी टीम(Indian men's hockey team) ने 41 साल बाद(After 41 Years) ओलंपिक में मेडल(medals in olympics) जीता है. हॉकी टीम की इस ऐतिहासिक जीत पर देश भर में जश्न का माहौल है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद(President Ram Nath Kovind,), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi), हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर(Cm Jairam Thakur) समेत तमाम दिग्गजों ने भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी है.
वर्ष 1964 में टोक्यो में हुई ओलंपिक खेलों के दौरान भारत को हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाने वाले पूर्व कप्तान पद्मश्री चरणजीत सिंह(Padmashree Charanjit Singh) ने भी ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी है. पद्मश्री चरणजीत सिंह(Padmashree Charanjit Singh) ने ना केवल पुरुष हॉकी टीम, बल्कि महिला हॉकी टीम के प्रदर्शन को भी जमकर सराहा. उन्होंने कहा कि हमें मैदान पर एक बात याद रखनी चाहिए कि मेहनत का दूसरा कोई विकल्प नहीं होता. भारत की महिला और पुरुष हॉकी टीम ने मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है.
पूर्व कप्तान पद्मश्री चरणजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम ने दमदार प्रदर्शन किया गया है. हालांकि सेमीफाइनल में हार से स्वर्ण की उम्मीद खत्म हो गई थी, लेकिन भारतीय टीम ने फिर भी हार ना मानते हुए कांस्य पदक के लिए हुए मैच में जीत सुनिश्चित कर भारतीय तिरंगा टोक्यो ओलंपिक में लहराया है. चरणजीत सिंह ने कहा कि खेलों में अथाह विकास हो रहा है. यदि हॉकी के आधारभूत ढांचे को थोड़ा और मजबूत किया जाए तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन और भी जबरदस्त होगा.
ये भी पढ़ें: Tokyo Olympics: 41 साल बाद भारत को मिला हॉकी में ब्रॉन्ज, जर्मनी को 5-4 से दी मात