ऊना: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान शनिवार को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र (CM Jairam in Kutlehar UNA) के थानाकलां पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा क्षेत्र में करीब 63 करोड़ की योजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण करने के बाद समूर कला स्थित कला केंद्र का भी लोकार्पण किया गया. जबकि, इसी कला केंद्र के ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित भी किया.
इस मौके पर उन्होंने विकास कार्यों को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाने (Jairam thakur on Himachal congress) साधे. मुख्यमंत्री ने कहा कि न जाने कांग्रेस के नेताओं की नजर को क्या हो गया है, जिन्हें प्रदेश में हो रहे हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्य दिखाई ही नहीं दे रहे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल के दौरे पर आते हैं और करीब 11 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाएं प्रदेश को समर्पित करते हैं. लेकिन, कांग्रेस के नेता यह कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने हिमाचल को दिया ही कुछ नहीं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेता बताएं कि उन्होंने अपनी पार्टी के प्रधानमंत्रियों को कितनी बार हिमाचल बुलाया और उन प्रधानमंत्रियों ने हिमाचल को क्या-क्या दिया. वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के माफिया राज अलापने पर भी जमकर कटाक्ष किए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मंडी जिले के सुंदरनगर में हुए जहरीली शराब कांड मामले के बाद यह साफ हो चुका है कि माफिया के तार किसके साथ जुड़े हैं.
उन्होंने कहा कि माफिया के लोग किसी के साथ भी तस्वीरें खिंचवा सकते हैं, यह बात हम भी स्वीकार करते हैं. लेकिन किसी पार्टी के पदाधिकारी का इस तरह के कांड में संलिप्त होकर पकड़े जाना बेहद शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि इतना सब हो जाने के बाद ही कांग्रेसी माफिया (CM Jairam on Mafia) को लेकर अपना पल्ला छुड़ाते दिखाई दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल पुलिस ने पंजाब में घुसकर एक घर से करीब 104 ग्राम हेरोइन, लाखों की नकदी और अन्य सामान बरामद किया है, जो कि नशा माफिया के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द इसका भी खुलासा किया जाएगा कि इस माफिया के तार किससे जुड़े हैं. वहीं, इस दौरान मुख्यमंत्री ने समूर में बने कला केंद्र का नाम स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम से रखने का ऐलान भी किया.
ये भी पढ़ें: हिजाब पर विवाद जारी, विक्रमादित्य ने शिक्षण संस्थान में तय ड्रेस पहन कर जाने की वकालत की