शिमला: हिमाचल प्रदेश में सुहागिनों का प्रमुख त्योहार माना जाने वाला करवाचौथ पर्व धूमधाम से मनाया गया. राजधानी शिमला में ऐतिहासिक रिज मैदान तक सुहागिनें सज-धज कर अपने पतियों के साथ चांद को देखने के लिए पहुंची. शिमला में 8 बजकर 39 मिनट पर चांद नजर आया. पूरे दिन व्रत कर इस पल का वे इंतजार कर रहे थे. इसके बाद महिलाओं ने चांद का दीदार किया और अपने व्रत को पूरा किया.
हालांकि बारिश के चलते रिज मैदान पर इस बार कम भीड़ देखने को मिली. यूं तो कहीं पर भी चांद का दीदार हो सकता है, लेकिन फिर भी शिमला में अधिकतर महिलाएं रिज से ही चांद का दीदार करना ज्यादा पसंद करती हैं. राजधानी में सबसे पहले चांद रिज मैदान पर देखा जाता है.
वहीं, बात अगर जिला मंडी के उपमंडल सुंदरनगर की करें तो यहां भी करवाचौथ की धूम रही. हर वर्ष महिलाओं को इस पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता है. सुंदरनगर में रात 8:32 मिनट पर चांद का दीदार हुआ. करवाचौथ के मौके पर सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. करवा चौथ में सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर भगवान शंकर और माता पार्वती की आराधना करती हैं और इसके साथ ही चौथ माता की कथा भी सुनती हैं.
करवाचौथ पति और पत्नी के बीच के प्रेम को दर्शाने वाला बेहद निष्ठापूर्ण व श्रद्धा भाव से उपवास रखने का त्योहार है. प्राचीनकाल से महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए यह व्रत करती चली आ रही है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत करती हैं और ईश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करती हैं.
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